PUBG खेलना आपके लिए हो सकता है हानिकारक, जानें कैसे
PUBG में गेमर्स को शानदार बैटल रॉयल का अनुभव होता है और इसी कारण यह गेम काफी ज़्यादा संख्या में लोगों को अपनी तरफ खींचता है। इनमें से ज़्यादातर युवा गेमर्स काफी जल्दी गेम के आदी हो जाते हैं और चिकन डिनर हासिल करने की कोशिश करते हैं। इस लत को खत्म करने के लिए PUBG को बैन किए जाने की मांग की जा रही है। हाल ही में गुजरात सरकार ने PUBG को बैन करने का आदेश दिया है।
युवाओं में आक्रामकता पैदा करता है हिंसक गेम
PUBG मोबाइल अपने गेमप्ले में काफी ज़्यादा हिंसक है। गेमर्स को अन्य 99 विपक्षियों को बंदूक और अन्य हथियारों की मदद से एलिमिनेट करके चिकन डिनर हासिल करने की कोशिश करनी होती है। यह गेम जिस तरह की हिंसा प्रदान करता है उसे ही आधार बनाकर चीन सरकार ने इसके खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। यह हिंसक गेम ज़्यादातर युवाओं में आक्रामकता पैदा करने का काम करता है जिसकी वजह से वास्तविक जिंदगी में झगड़े होते हैं।
गेम की लत से सामाजिक जीवन खराब होने का ख़तरा
किसी भी गेम को खेलने का मतलब होता है कि आप स्क्रीन के सामने बैठते हैं और आपका सारा ध्यान उसी पर लगा होता है। जब आप PUBG जैसे गेम को खेलते हैं तो आप इसके आदी हो जाते हैं और आपकी सोशल लाइफ खराब हो जाती है। भले ही आपको लगता है कि आप विदेशों के साथियों के साथ बातचीत कर रहे हैं लेकिन दुश्मन को स्पॉट करना और लूट करना सामाजिक मेल मिलाप नहीं होता है।
गेम की लत कर सकती है दिमागी स्वास्थ्य खराब
चिकन डिनर हासिल करने के लिए आपकी उत्सुकता आपको PUBG मोबाइल की आदी बना सकती है जिसके बाद आप इसे हर चीज से ज़्यादा महत्व देने लगते हैं। आपको बता दें कि यूनाइटेड किंगडम में गेम की लत ही तलाक होने का सबसे बड़ा कारण है। वर्ल्ड हे्ल्थ ऑर्गनाइजेशन ने 2018 में ही बताया था कि इसकी लत आपकी दिमागी स्वास्थ्य भी बिगाड़ सकती है। PUBG मोबाइल गेमर्स में तनाव पैदा कर सकती है।
नींद और शारीरिक स्थिति पर पड़ सकता है बुरा प्रभाव
PUBG मोबाइल में यदि जीत मिल जाती है तो यह आपको काफी ज़्यादा पसंद आने लगती है। आप अलग-अलग नक्शों पर अलग-अलग विपक्षियों के खिलाफ इस गेम को लगातार खेलते रहना चाहते हैं। ऐसा होने पर यह गेम आपकी नींद पर प्रभाव डाल सकता है और कम नींद लेने की वजह से आपकी शारीरिक स्थिति पर बुरा असर पड़ सकता है। खास तौर से स्क्रीन से चिपके रहने पर आपकी आंखों और ओवरआल सेहत पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है।
पढ़ाई पर पड़ता है बुरा असर
किसी भी भारतीय माता-पिता के लिए उनके बच्चों का पढ़ाई में कम अंक लाना किसी बुरे सपने से कम नहीं होता है। यह सच है कि PUBG मोबाइल से गेमिंग की लत लग जाती है। इसका परिणाम यह होता है कि बच्चों को गेम में ज़्यादा मजा आने लगता है और उनके लिए पढ़ाई बोरिंग हो जाती है। ज़्यादातर बच्चे गेमिंग और पढ़ाई में संतुलन नहीं बैठा पाते हैं और इसी कारण पढ़ाई में उनके अंक कम होने लगते हैं।