फ्रेंच ओपन 2021: क्रेचिकोवा ने जीता अपना पहला सिंगल्स ग्रैंड स्लैम खिताब
फ्रेंच ओपन 2021 के विमेंस सिंगल्स फाइनल में चेक रिपब्लिक की बारबरा क्रेचिकोवा ने रूस की अनस्तासिया पवलुचेंकोवा को 6-1, 2-6, 6-4 से हराकर फ्रेंच ओपन का खिताब जीत लिया। क्रेचिकोवा ने पहले और तीसरे सेट में जीत हासिल की। इससे पहले क्रेचिकोवा ने बेहतरीन शुरुआत की. उन्होंने पहले सेट में पवलुचेंकोवा को कोई मौका नहीं दिया. शुरुआत में 1-1 रहा सेट देखते ही देखते क्रेचिकोवा के खाते में जा गिरा।
दूसरे सेट में क्रेचिकोवा को मिली थी हार
दूसरे सेट में पवलुचेंकोवा ने पहले सर्व किया लेकिन क्रेचिकोवा ने अपनी लय बरकरार रख पहला पॉइंट अपने नाम किया। हालांकि जल्दी ही पवलुंचेकोवा ने अपना अनुभव दिखाया और अंत में क्रेचिकोवा की गलती से गेम अपने नाम किया। पहला गेम जीतने के बाद पवलुंचेकोवा हावी हो गईं और जल्दी ही स्कोर 3-1 से उनकी ओर झुक गया। बाद में क्रेचिकोवा ने एक गेम और जीता लेकिन अंत पवलुंचेकोवा के पक्ष में गया। उन्होंने इस सेट को 6-2 से जीता।
फ्रेंच ओपन 2021 विमेंस सिंगल्स फाइनल में जीतीं पवलुंचेकोवा
तीसरे सेट की शुरुआत तगड़ी हुई। दोनों प्लेयर्स ने एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दी। एक-एक प्वाइंट के लिए जूझते हुए दोनों प्लेयर्स ने बेहतरीन टेनिस का प्रदर्शन किया। गेम कभी क्रेचिकोवा की ओर झुकता तो कभी पवलुंचेकोवा की ओर। दोनों ही प्लेयर्स जीत के लिए अपना सबकुछ दांव पर लगा रही थीं, लेकिन अंत में जीत क्रेचिकोवा को ही मिली। उन्होंने आखिरी सेट को 6-4 से अपने नाम किया।
1981 के बाद फ्रेंच ओपन जीतने वाली चेक रिपब्लिक की खिलाड़ी बनीं क्रेजिकोवा
रेजिकोवा अब तक कुल छह ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुकी हैं। उन्होंने तीन मिक्स्ड डबल्स, दो विमेंस डबल्स और विमेंस सिंगल्स खिताब जीता है। 1981 में हाना मैंडलिकोवा के जीतने के बाद क्रेजिकोवा रोलैंड गैरोस जीतने वाली पहली चेक रिपब्लिक की खिलाड़ी हैं। उन्होंने 12 लगातार मुकाबले जीते हैं। 2021 में उनका 26-9 का जीत-हार का रिकॉर्ड हो चुका है जिसमें क्ले पर 15-3 का रिकॉर्ड है। क्ले पर उनका रिकॉर्ड 223-86 का है।
एक बार फिर मिली पहली बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन
यह लगातार छठा साल है जब विमेंस सिंगल्स में फ्रेंच ओपन की विजेता पहली बार की ग्रैंड स्लैम विजेता बनी है। इससे पहले गैर्बिन मुगुरुजा (2016), जेलेना ओस्तापेंको (2017), साइमोना हेलेप (2018), एश्लेघ बार्टी (2019) और इगा स्विआटेक (2020) ने जीत हासिल की है।