यूट्यूब पर जल्द खेलने को मिल सकते हैं ये गेम, जानिए क्या है योजना
यूट्यूब एक बड़ा वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म है, लेकिन इसका 15 प्रतिशत से अधिक ट्रैफिक वीडियो गेम स्ट्रीमिंग से आता है। इस प्लेटफॉर्म को प्रमुख ऑनलाइन स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म बनाने में वीडियो गेम स्ट्रीमिंग से आने वाले ट्रैफिक की महत्वपूर्ण भूमिका है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूट्यूब अपने ऐप में 'प्लेएबल' गेम पेश करने के लिए तैयार है। वर्तमान में यूट्यूब अपने प्लेटफॉर्म पर HTML5 आधारित गेम 'स्टैक बाउंस' जैसे वीडियो गेम को चलाने के तरीके का परीक्षण कर रहा है।
दिए जा सकते हैं स्टैक बाउंस जैसे गेम
वर्तमान में स्टैक बाउंस गेम सीमित यूजर्स के लिए उपलब्ध है। इस गेम तक यूट्यूब के प्लेएबल सेक्शन के जरिए पहुंचा जा सकता है। यूट्यूब के मुताबिक, मोबाइल ऐप और डेस्कटॉप दोनों पर गेम उपलब्ध होंगे। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि यूट्यूब इस सुविधा को जनता के लिए आधिकारिक तौर पर कब लॉन्च करेगा और कहीं ऐसा तो नहीं कि यह फीचर सिर्फ यूट्यूब प्रीमियम यूजर्स तक ही सीमित रहे?
क्या नेटफ्लिक्स की राह पर चल रहा है यूट्यूब?
ऐसा लग रहा है कि यूट्यूब नेटफ्लिक्स की राह पर चल रहा है। नेटफ्लिक्स भी अपने प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध मूवी और शो पर आधारित साधारण गेम पेश करता है। नेटफ्लिक्स गेम की तरह ही यूट्यूब भी स्टैक बाउंस जैसे HTML5 आधारित साधारण गेम तक सीमित रह सकता है। यूट्यूब पर गेमिंग फीचर दिए जाने की चर्चा कुछ महीने पहले भी हुई थी। उस समय वॉल स्ट्रीट जर्नल ने स्टैक बाउंस जैसा गेम दिए जाने की ही बात कही थी।
गूगल ने प्लेएबल्स के परीक्षण के लिए भेजा था ईमेल
द वर्ज की जून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गूगल ने अपने कर्मचारियों को प्लेएबल्स के परीक्षण के लिए ईमेल भेजा था। गूगल ने यह भी कहा था कि एंड्रॉयड और iOS पर यूट्यूब ऐप और डेस्कटॉप पर ब्राउजर के जरिए गेम खेला जा सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, यूट्यूब के प्रवक्ता एलेक्स मैक्क्विस्टन ने कहा था, "गेमिंग पर यूट्यूब का लंबे समय से फोकस रहा है, लेकिन अभी घोषणा करने के लिए हमारे पास कुछ नहीं है।"
न्यूजबाइट्स प्लस
बीते कुछ वर्षों में गूगल ने गेमिंग की शुरुआत के लिए कई प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। गेम स्ट्रीमिंग में अपनी पैठ बनाने के लिए गूगल ने बहुत जोरशोर से स्टैडिया पेश किया था, लेकिन यह भी फेल रहा। लॉन्च के 3 साल बाद ही स्टैडिया बंद कर दिया गया। स्टैडिया की टेक्नोलॉजी को यूट्यूब, गूगल प्ले आदि में इंटीग्रेट किया गया। इसी इंटीग्रेशन के जरिए लोग यूट्यूब लाइवस्ट्रीमर्स के साथ जुड़ पाते हैं और गेम खेल पाते हैं।