यूट्यूब बंद कर सकती है इनकी वीडियो सर्विस, एड ब्लॉकर को लेकर कही ये बात
क्या है खबर?
यूट्यूब उन दर्शकों के लिए वीडियो प्लेबैक में एक बड़ा उपाय कर रही है, जो विज्ञापनों को रोकने के लिए एड ब्लॉकर का इस्तेमाल कर रहे हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी वर्तमान में वैश्विक स्तर पर एक छोटा प्रयोग कर रही है।
इसके तहत यूट्यूब एड ब्लॉकर का इस्तेमाल करने वाले दर्शकों से यूट्यूब विज्ञापनों को चालू करने या फिर यूट्यूब प्रीमियम सर्विस खरीदने के लिए कह रही है।
यूट्यूब
एड ब्लॉकर का पता लगने पर बंद किया जाएगा वीडियो
कंपनी का यह बयान तब आया है, जब कई यूजर को एक नई चेतावनी मिल रही है कि यदि यूट्यूब बार-बार एड ब्लॉकर टूल के इस्तेमाल को डिटेक्ट करती है तो वीडियो प्लेबैक को बंद किया जा सकता है।
एंड्रॉयड अथॉरिटी ने पहले उन परीक्षणों पर एक रिपोर्ट दी थी, जिसमें बताया गया था कि एड ब्लॉकर एक्टिव होने पर यूट्यूब दर्शकों को 3 से अधिक वीडियो नहीं दिखाती।
गूगल
गूगल प्रवक्ता ने दिया ये जवाब
यूट्यूब की मूल कंपनी गूगल के प्रवक्ता ओलुवा फालोडुन ने ईमेल पर द वर्ज को बताया कि एड ब्लॉकर का पता लगाना कोई नई बात नहीं है और अन्य ऐप्स भी नियमित रूप से दर्शकों से एड ब्लॉकर को हटाने के लिए कहते रहते हैं।
यूट्यूब ने इस बात पर जोर दिया कि यूजर्स को एड ब्लॉकर टूल का इस्तेमाल बंद करने के लिए कई नोटिफिकेशन मिलेंगे या फिर यूट्यूब प्रीमियम की सदस्यता लेने के लिए कहा जाएगा।
ईमेल
गलत तरीके से चिन्हित किए जाने पर फीडबैक दे सकते हैं यूजर
फालोडुन ने ईमेल में लिखा, 'हम प्लेबैक बंद करने को बहुत गंभीरता से लेते हैं और इसे तभी बंद करेंगे, जब दर्शक यूट्यूब पर विज्ञापन चालू करने के बार-बार किए जाने वाले अनुरोधों को अनदेखा करते हैं।'
उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी दर्शक को लगता है कि उन्हें एड ब्लॉकर का इस्तेमाल करने के लिए गलत तरीके से चिन्हित किया गया है तो वह प्रॉम्प्ट में दिए गए लिंक पर क्लिक करके अपना फीडबैक दे सकते हैं।
संकेत
यूट्यूब ने दिया ये बयान
यूट्यूब के इन उपायों से लगता है कि एड ब्लॉकर के खिलाफ यह कड़ा रुख अपना रही है।
अपने फैसले को यह कहकर उचित ठहराने का प्रयास कर रही है कि क्रिएटर्स को कंटेंट के बदले पैसा देने और प्लेटफॉर्म को फ्री रखने के लिए विज्ञापन जरूरी है।
कंपनी ने बयान में कहा कि यूट्यूब का विज्ञापन आधारित मॉडल क्रिएटर्स के ईकोसिस्टम को सपोर्ट करता है और विश्व में करोड़ों लोगों को विज्ञापनों के साथ मुफ्त कंटेंट उपलब्ध कराती है।
प्रयोग
यूट्यूब में बढ़े हैं स्किप न किए जा सकने वाले लंबे विज्ञापन
यूट्यूब ने हाल के वर्षों में लंबे विज्ञापन को लेकर कई प्रयोग किए हैं। बीते वर्ष सितंबर में इसने एड ब्रेक में स्किप न की जा सकने वाली 10 सेकंड की क्लिप पेश की थी।
मई में यूट्यूब ने घोषणा की थी कि वह टीवी प्लेटफॉर्म के लिए 30-सेकंड के विज्ञापन ला रही है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूट्यूब में बीते कुछ साल में स्किप न किए जा सकने वाले विज्ञापनों की संख्या बढ़ी है।
प्रीमियम
यूट्यूब प्रीमियम सर्विस और इसका चार्ज
यूट्यूब प्रीमियम सर्विस के लिए कंपनी ने भारत में अपने प्लान की कीमत 129 रुपये प्रति माह और 1,290 रुपये सालाना तय कर रखी है। इसके अलावा फैमिली और स्टूडेंट प्लान भी है।
प्रीमियम प्लान के तहत यूट्यूब विज्ञापन रहित कंटेंट देखने की सुविधा के साथ ही वीडियो डाउनलोड करने और बैकग्राउंड प्ले की सुविधा देती है।
पिछले नवंबर में कंपनी घोषणा की थी कि यूट्यूब प्रीमियम और यूट्यूब म्यूजिक पर उसके 8 करोड़ से अधिक ग्राहक हैं।