विप्रो विकसित करेगी खास AI तकनीक, दिल की बीमारियों को रोकना होगा आसान
क्या है खबर?
विप्रो ने आज (28 मई) सेंटर फॉर ब्रेन रिसर्च (CBR) के साथ एक अहम साझेदारी की घोषणा की है।
कंपनी की तरफ से कहा गया है कि साझेदारी के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का उपयोग करके बीमारियों को दूर किया जा सकेगा। इस साझेदारी का मुख्य उद्देश्य सभी बीमारियों के इलाज में सहायता देना है।
बता दें, CBR एक स्वायत्त, गैर-लाभकारी अनुसंधान संगठन है, जिसे भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) में होस्ट किया गया है।
सुधार
इस तरह स्वास्थ्य में किया जा सकेगा सुधार
विप्रो की अनुसंधान और विकास (R&D) टीम एक AI इंजन विकसित करेगी, जो किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य इतिहास, वांछित स्वास्थ्य स्थिति और अन्य व्यवहारिक प्रतिक्रियाओं को ध्यान में रखेगी।
इस तरह की जानकारी उपलब्ध होने से स्वस्थ उम्र बढ़ने, सकारात्मक जीवनशैली में बदलाव और मनोवैज्ञानिक-सामाजिक कल्याण को बढ़ावा दिया जा सकेगा, जिससे समय के साथ किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य में सुधार हो सकेगा।
दोनों संस्था ऐसी प्रणालियां विकसित करेगी जो जनसंख्या के पैमाने पर बेहतर स्वास्थ्य परिणाम प्रदान करेंगी।
बीमारी
दिल की बीमारी को किया जा सकेगा कम
पर्सनल केयर इंजन AI का उपयोग करके हृदय रोग और सहसंबद्ध न्यूरोडीजेनेरेटिव विकारों के जोखिम को कम करने और प्रबंधित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
कंपनी ने कहा है कि यह सहयोग लंबे समय तक स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के रोकथाम और कई बीमारियों के इलाज में सहायता देगा।
विप्रो जल्द ही अपने पर्सनल केयर इंजन का परीक्षण IISc में CBR के सहयोग से डिजिटल ऐप-आधारित परीक्षण के माध्यम से करेगी।