NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / #NewsBytesExplainer: क्या लिथियम उत्पादन में क्रांति लाने वाली साबित होगी नई स्ट्रिंग टेक्नोलॉजी?
    अगली खबर
    #NewsBytesExplainer: क्या लिथियम उत्पादन में क्रांति लाने वाली साबित होगी नई स्ट्रिंग टेक्नोलॉजी?
    इंजीनियरों ने लिथियम के उत्पादन के लिए स्ट्रिंग तकनीक विकसित किया है

    #NewsBytesExplainer: क्या लिथियम उत्पादन में क्रांति लाने वाली साबित होगी नई स्ट्रिंग टेक्नोलॉजी?

    लेखन रजनीश
    Sep 14, 2023
    10:05 am

    क्या है खबर?

    मोबाइल और लैपटॉप से लेकर इलेक्ट्रॉनिक वाहनों और विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में पावर के लिए लिथियम-आधारित बैटरी का इस्तेमाल होता है।

    यह रासायनिक ऊर्जा को स्टोर कर उसे विद्युत ऊर्जा में बदलती है। विश्वभर में इसकी काफी मांग है, लेकिन इसका उत्पादन कठिन है। इसके उत्पादन में काफी ज्यादा संसाधन और समय खर्च होता है।

    अब प्रिंसटन के इंजीनियरों ने एक नई स्ट्रिंग आधारित तकनीक विकसित की है जो लिथियम के उत्पादन में बड़ा बदलाव ला सकती है।

    नमक

    लिथियम के उत्पादन में लगती है भारी जमीन और समय

    दुनियाभर में तैयार किए जाने वाले लिथियम का एक बड़ा हिस्सा नमक के मैदानों में स्थित खारे जलाशयों से निकाला जाता है।

    लिथियम के उत्पादन की इस प्रक्रिया में सैकड़ों वर्ग किलोमीटर भूमि की जरूरत होती है।

    बैटरी में इस्तेमाल होने लायक लिथियम का उत्पादन करने में महीनों या वर्षों का समय लगता है।

    प्रिंसटन के इंजीनियरों की तकनीक से लिथियम के उत्पादन में लगने वाली भूमि और समय की मात्रा को कम किया जा सकता है।

    कारखाना

    ये है स्ट्रिंग तकनीक

    पेड़ों द्वारा जड़ों से पत्तियों तक पानी पहुंचने की प्रक्रिया के आधार पर वैज्ञानिकों ने एक तकनीक विकसित की।

    इस तकनीक में जब डोरी या स्ट्रिंग को नमक-पानी के घोल में डुबोया जाता है तो कैपिलरी क्रिया के कारण पानी डोरी से ऊपर चढ़ जाता है।

    इसके बाद डोरी से पानी तेजी से वाष्पित हो जाता है और सोडियम और लिथियम जैसे नमक आयनों को छोड़ देता है।

    पानी के वाष्पित होने से सोडियम क्लोराइड और लिथियम क्लोराइड क्रिस्टल बनेंगे।

    डोरी

    पारंपरिक प्रक्रिया की तुलना में आसान है स्ट्रिंग तकनीक

    डोरी के विभिन्न हिस्सों पर लिथियम और सोडियम क्रिस्टल रूप में जमा हो जाते हैं।

    यह तरीका पारंपरिक प्रक्रिया की तुलना में आसान है। इसमें इस्तेमाल होने वाली डोरी को बनाना भी बहुत कठिन नहीं है।

    प्रिसंटन के वैज्ञानिकों का अनुमान है कि उनकी तकनीक वाष्पीकरण को 20 गुना से अधिक तेज कर देगी और लिथियम उत्पादन के लिए जरूरी भूमि की मात्रा में 90 प्रतिशत तक कटौती कर सकती है।

    प्रक्रिया

    एक महीने से भी कम समय में किया ज सकेगा लिथियम का उत्पादन

    इंजीनियरों का मानना है कि नई प्रक्रिया के जरिए एक महीने से भी कम समय में लिथियम का उत्पादन किया जा सकता है।

    पारंपरिक प्रक्रिया में लिथियम का उत्पादन काफी हद तक खारे पानी के तालाब और जलाशयों पर ही निर्भर है। इसके उत्पादन के लिए वाष्पीकरण जरूरी है, जिसके लिए गर्म और शुष्क जलवायु भी चाहिए।

    स्ट्रिंग तकनीक से नमी वाले मौसम में भी लिथियम तैयार करने के मौके बढ़ सकते हैं।

    समय

    नए स्त्रोतों से खोजा जा सकता है लिथियम

    इंजीनियरों के अनुसार, नई तकनीक से दुनिया में मौजूदा लिथियम कारखानों में उत्पादन में सुधार हो सकता है। इसके साथ ही कई अन्य स्त्रोतों और नए क्षेत्रों से भी लिथियम उत्पादन के अवसर बढ़ सकते हैं।

    उदाहरण के लिए बंद पड़े तेल और गैस के कुएं, जिन्हें वर्तमान में लिथियम प्राप्त करने के लिए बहुत छोटा या पतला माना जाता है, इनसे भी स्ट्रिंग तकनीक के जरिए लिथियम उत्पादन किया जा सकता है।

    जरूरत

    लिथियम की उपलब्धता से घट सकती है इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत

    लिथियम की उपलब्धता बढ़ने से खासतौर से इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत काफी ज्यादा घट सकती है।

    कई रिपोर्ट्स में कहा गया कि एक इलेक्ट्रिक वाहन की कुल कीमत में अकेले उसके बैटरी की कीमत 40 से 50 प्रतिशत तक होती है।

    लिथियम के लिए ज्यादातर दूसरे देशों से आयात पर ही निर्भर है। इसकी बढ़ती मांग के कारण इसे सफेद सोना भी कहते हैं।

    लिथियम का प्रतीक Li है। यह सबसे हल्की धातु और सबसे हल्का ठोस तत्व है।

    प्रयोगशाला

    तकनीक की दक्षता बढ़ाने के लिए जारी है प्रयोग

    हालांकि, यह तकनीक अभी केवल प्रयोगशाला स्तर पर ही काम कर रही है और इंजीनियर इसे व्यावसायिक रूप से इस्तेमाल किए जाने लायक बनाने पर काम कर रहे हैं।

    इंजीनियरों की टीम दूसरी पीढ़ी की तकनीक पर भी काम कर रही है, जो क्रिस्टलीकरण प्रक्रिया पर अधिक नियंत्रण देगी।

    इससे सिस्टम की दक्षता और आउटपुट बढ़ेगा। यह भी जांच की जा रही है कि क्या इस तकनीक का इस्तेमाल समुद्री जल से लिथियम निकालने के लिए किया जा सकता है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    लिथियम-आयन बैटरी
    बैटरी टेक्नोलॉजी

    ताज़ा खबरें

    IPL 2025: MI बनाम DC मैच में ये खिलाड़ी रहा 'प्लेयर ऑफ द डे' IPL 2025
    IPL 2025: MI ने DC को दी करारी शिकस्त, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025
    IPL 2025: MI ने DC को हराते हुए प्लेऑफ में किया प्रवेश, ये बने रिकॉर्ड्स IPL 2025
    IPL 2025: सूर्यकुमार यादव ने जड़ा अर्धशतक, लगातार 13वीं टी-20 पारी में 25+ रन बनाए IPL 2025

    लिथियम-आयन बैटरी

    डुकाटी पैनिगेल V4 R हुई लॉन्च, 241hp की पावर रखती है यह सुपरबाइक डुकाटी
    #NewsBytesExplainer: जम्मू-कश्मीर में लिथियम का भंडार मिलने के क्या हैं मायने, क्या फायदा होगा? जम्मू-कश्मीर
    लिथियम-आयन बैटरी बनाने वाले जॉन गुडइनफ का 100 वर्ष की आयु में हुआ निधन नोबेल पुरस्कार

    बैटरी टेक्नोलॉजी

    सेमीकंडक्टर के बाद अब लिथियम की कमी, EV सेगमेंट पर आ सकता है संकट इलेक्ट्रिक वाहन
    इलेक्ट्रिक गाड़ियों में लगने वाली लिथियम-आयन बैटरी से कैसे अलग है लेड एसिड बैटरी? इलेक्ट्रिक वाहन
    मोबाइल और वाई-फाई सिग्नल से चार्ज होंगे डिवाइसेज, ओप्पो लाई फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजी ओप्पो
    ट्रिपल कैमरा सेटअप के साथ लॉन्च हुआ टेक्नो पॉप 5X, जानें फीचर्स मेक्सिको
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025