NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / टेक्नोलॉजी की खबरें / ISRO शुक्र ग्रह पर क्यों जाना चाहता है? जानिए क्या है शुक्र मिशन का उद्देश्य
    अगली खबर
    ISRO शुक्र ग्रह पर क्यों जाना चाहता है? जानिए क्या है शुक्र मिशन का उद्देश्य
    ISRO चंद्रमा और मंगल के बाद शुक्र ग्रह पर जाना चाहता है (तस्वीर: नासा)

    ISRO शुक्र ग्रह पर क्यों जाना चाहता है? जानिए क्या है शुक्र मिशन का उद्देश्य

    लेखन बिश्वजीत कुमार
    Sep 22, 2024
    01:55 pm

    क्या है खबर?

    चंद्रमा और मंगल ग्रह के लिए सफल अंतरिक्ष मिशन लॉन्च करने के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की नजर अब शुक्र ग्रह पर है।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में इसी हफ्ते केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ISRO के शुक्र मिशन को मंजूरी दी है, जिसे आधिकारिक तौर पर वीनस ऑर्बिटर मिशन (VOM) कहा जाएगा और इसे 'शुक्रयान' नाम भी दिया गया है।

    भारत सरकार ने इस मिशन के लिए 1,236 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है।

    वजह

    शुक्र ग्रह पर क्यों जाना चाहता है ISRO?

    शुक्र, पृथ्वी और मंगल सभी सौरमंडल के शुरुआती समय में लगभग एक ही समय में बने थे और एक जैसे भूमि के रूप में शुरू हुए थे। माना जाता है कि मंगल और शुक्र दोनों ग्रह पृथ्वी के समान बहुत पहले जीवन के लिए अनुकूल रहे होंगे।

    शुक्र का अध्ययन पृथ्वी के लिए जलवायु परिवर्तन मॉडल को परिष्कृत करने में मदद कर सकता है और वैज्ञानिकों को रहने योग्य एक्सोप्लैनेट को बेहतर ढंग से पहचानने में मदद कर सकता है।

    अध्ययन 

    इस तरह किया जाएगा शुक्र ग्रह का अध्ययन 

    ISRO शुक्र ग्रह को पराबैंगनी और इंफ्रारेड प्रकाश, एक वायुमंडलीय स्पेक्ट्रोपोलिमीटर और एक एयरग्लो फोटोमीटर में जांचने की योजना बना रहा।

    इस मिशन के लिए अंतरिक्ष यान के साथ खास यंत्र भेजे जाएंगे, जो शुक्र के बादलों के पार देखने में सक्षम होंगे, साथ ही बादलों और हवाओं को ट्रैक कर सकेंगे।

    शुक्र पर सल्फ्यूरिक एसिड के बादल हैं, जिसका अध्ययन करके शुक्र के वायुमंडल की गतिशीलता और वायुमंडलीय सुपररोटेशन को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिल सकती है।

    वायुमंडल

    गर्म है शुक्र का वायुमंडल

    मंगल तो ठंडा ग्रह बन गया, लेकिन शुक्र ग्रह एक घने और विषैले वायुमंडल वाली दुनिया में बदल गया, जिसका तापमान 465 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।

    ग्रीनहाउस गैस के प्रभाव के कारण शुक्र का वायुमंडल पृथ्वी की तुलना में कहीं अधिक गर्मी को सोख लेता है।

    इस मिशन से यह पता चलने की उम्मीद है कि शुक्र ग्रह गर्म और दुर्गम क्यों बन गया, जबकि पृथ्वी एक ग्रह बना रहा जहां जीवन संभव हुआ।

    महत्व

    ISRO प्रमुख ने बताया था महत्व 

    भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के लिए एक व्याख्यान के दौरान इसी साल ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने समझाते हुए कहा था, "अपने जीवन के अधिकांश समय के लिए, पृथ्वी बिल्कुल भी रहने योग्य नहीं थी। हमारे लिए ग्रहों के विकास को समझना महत्वपूर्ण है। केवल अगर आप शुक्र, मंगल आदि को देखें, तो आप वास्तव में अध्ययन कर सकते हैं कि वहां क्या प्रभाव हैं, जो पृथ्वी को रहने योग्य बनाते हैं।"

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    ISRO
    अंतरिक्ष

    ताज़ा खबरें

    पाकिस्तान ने की भारतीय प्रतिनिधिमंडल का कार्यक्रम रद्द करने कोशिश, मलेशिया ने अनुरोध ठुकराया मलेशिया
    रश्मिका मंदाना खराब अभिनय के लिए होने वाली ट्रोलिंग पर बोलीं- इंसान हूं, बुरा लगता है रश्मिका मंदाना
    दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति चुने गए ली-जे म्यांग, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी बधाई दक्षिण कोरिया
    अंतरिक्ष में किन-किन पौधों को उगाया जा चुका है? जानिए यहां अंतरिक्ष

    ISRO

    चंद्रयान-4 मिशन 2 चरणों में होगा लॉन्च, अंतरिक्ष में जोड़ा जाएगा चंद्रयान-3
    आदित्य-L1 अंतरिक्ष यान ने L-1 बिंदु के चारों ओर पूरा किया अपना पहला चक्कर आदित्य-L1 मिशन
    ISRO प्रमुख ने दी चेतावनी, पृथ्वी से टकरा सकता है एस्ट्रोयड, तैयारी की है जरूरत एस्ट्रोयड
    ISRO का भारतीय अंतरिक्ष हैकाथॉन 2024 क्या है? अंतरिक्ष

    अंतरिक्ष

    कल रात पृथ्वी के वातावरण से टकराया एस्ट्रोयड, नासा ने दी जानकारी एस्ट्रोयड
    शुभांशु शुक्ला नासा-ISRO के साझा मिशन के लिए प्रशिक्षण लेने पहुंचे ह्यूस्टन नासा
    स्टारलाइनर के वापसी की तैयारी हुई लगभग पूरी, जल्द आएगा पृथ्वी पर वापस  नासा
    नासा के अंतरिक्ष यात्री ने साझा किया अद्भुत वीडियो, देखने को मिला सूर्योदय नासा
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025