ISRO प्रमुख ने दी चेतावनी, पृथ्वी से टकरा सकता है एस्ट्रोयड, तैयारी की है जरूरत
अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने हाल ही में चेतावनी जारी की थी कि 2038 में एक विशाल एस्ट्रोयड हमारे ग्रह से टकरा सकता है। अब न्यूज18 के साथ एक साक्षात्कार में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रमुख एस सोमनाथ ने 2029 और 2036 में पृथ्वी से एस्ट्रोयड के टकराने के संभावना के वास्तविक होने की आशंका जताई है। उन्होंने कहा, "अगर पृथ्वी पर ऐसी घटना होती है, तो हम सभी विलुप्त हो जाएंगे।"
तकनीकी तैयारी की है जरूरत
सोमनाथ ने इस बात पर जोर दिया है कि संभावित एस्ट्रोयड के प्रभाव को लेकर भविष्यवाणी करने वाली और उनसे निपटने वाली तकनीक को विकसित करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि ऐसी भयावह घटनाएं मानव जीवनकाल में नहीं हो सकती हैं, लेकिन वे ब्रह्मांड के इतिहास में अक्सर होती हैं। बता दें कि ISRO 2029 में एस्ट्रोयड के साथ पृथ्वी के निकट टकराव से पहले एक ग्रह रक्षा मिशन में भाग लेने की योजना बना रहा है।
ISRO ने ग्रह रक्षा गतिविधियां शुरू कीं
ISRO प्रमुख ने बताया है कि भारतीय अंतरिक्ष संस्थान ग्रह रक्षा की दिशा में अपनी गतिविधियां शुरू कर चुका है। उन्होंने एस्ट्रोयड के खतरों से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय एस्ट्रोयड चेतावनी नेटवर्क (IAWN) और अंतरिक्ष मिशन योजना सलाहकार समूह (SMPAG) जैसे संगठनों के साथ काम करने का उल्लेख किया। ग्रह रक्षा मिशन में शामिल होने के पीछे ISRO का उद्देश्य एस्ट्रोयड खतरों के बारे में जागरूकता को बढ़ाना है और उससे निपटने की तैयारी पर जोर देना है।