
कौन हैं शुभांशु शुक्ला, जो राकेश शर्मा के 40 साल बाद जाएंगे अंतरिक्ष?
क्या है खबर?
भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बनने जा रहे हैं।
अगर सब कुछ ठीक रहा तो एक्सिओम-4 मिशन के तहत 29 मई, 2025 को वह स्पेस-X ड्रैगन यान से अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरेंगे।
यह मिशन 14 दिन चलेगा और इसमें वह माइक्रोग्रैविटी वातावरण में कई प्रयोग करेंगे। यह मिशन एक्सिओम स्पेस द्वारा आयोजित चौथी निजी अंतरिक्ष उड़ान होगी।
परिचय
कौन हैं शुभांशु शुक्ला?
शुक्ला का जन्म 10 अक्टूबर, 1985 को उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ।
उन्होंने सिटी मॉन्टेसरी स्कूल से पढ़ाई की और फिर राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से स्नातक किया। वायु सेना में शामिल होने के बाद उन्होंने कई युद्धक विमानों को उड़ाया।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने उन्हें गगनयान मिशन के लिए भी चुना है। अंतरिक्ष मिशन से पहले उन्होंने रूस में कठोर प्रशिक्षण लिया है और उन्हें मिशन पायलट की भूमिका सौंपी गई है।
अनुभव
सैन्य करियर और अनुभव
शुक्ला को जून, 2006 में भारतीय वायु सेना की फाइटर विंग में कमीशन मिला। उन्होंने Su-30 MKI, मिग-21, मिग-29, जगुआर जैसे युद्धक विमानों के साथ-साथ डोर्नियर और An-32 जैसे विमानों पर भी उड़ान भरी है।
उनके पास कुल 2,000 से अधिक घंटे की उड़ान का अनुभव है। मार्च, 2024 में उन्हें ग्रुप कैप्टन के पद पर पदोन्नत किया गया। वह एक प्रशिक्षित लड़ाकू पायलट और परीक्षण पायलट के रूप में पहचान रखते हैं।
मिशन
गगनयान मिशन और प्रशिक्षण
2019 में ISRO ने शुक्ला को भारत के पहले मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान के लिए चुना।
इसके बाद उन्होंने रूस के स्टार सिटी में यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर में अंतरिक्ष यात्रा का कठोर प्रशिक्षण लिया।
2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें भारत के शीर्ष अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल बताया था। अगर एक्सिओम मिशन में कोई रुकावट आती है, तो भी शुक्ला गगनयान मिशन के साथ अंतरिक्ष में जाने की तैयारी में हैं।