TCS प्रमुख का दावा, AI के कारण कॉल सेंटर की नौकरियां हो जाएंगी समाप्त
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को लेकर लंबे समय से दावा किया जा रहा कि इसका बढ़ता उपयोग भविष्य में कई नौकरियों के लिए खतरा बन सकता है। इस बीच टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के कृतिवासन ने कहा है कि AI के कारण एक साल में कॉल सेंटर की जरूरत न्यूनतम हो जाएगी। फाइनेंशियल टाइम्स के अनुसार, कृतिवासन ने कहा है कि AI के कारण रोजगार पैदा करने वाले कॉल सेंटर का स्वरूप बदल जाएगा।
कृतिवासन ने क्या कहा?
चैटबॉट जल्द ही ग्राहक के लेन-देन के इतिहास का विश्लेषण करने में सक्षम होंगे, जिसका अर्थ है कि वे कॉल सेंटर एजेंटों के अधिकांश काम करने में सक्षम होंगे। TCS प्रमुख कृतिवासन ने AI पर चर्चा के दौरान फाइनेंशियल टाइम्स से कहा, "हम ऐसी स्थिति में हैं, जहां तकनीक को आने वाली कॉल का अनुमान लगाने में सक्षम होना चाहिए और फिर ग्राहक की समस्या का समाधान सक्रिय रूप से करना चाहिए।"
TCS की भर्ती प्रक्रिया पर बोलें कृतिवासन
TCS की भर्ती प्रक्रिया और क्या यह AI से प्रभावित हो सकती है, इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "अगर हम शायद 50 प्रतिशत कॉलेजों में जा सकते हैं, तो हम ज्यादा रोजगार प्रदान कर सकते हैं, और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि हम समग्र वैश्विक उद्योग की प्रौद्योगिकी मांग को पूरा करने में सक्षम होंगे।" बता दें, TCS में 6 लाख से ज्यादा कर्मचारी हैं और जिसका सालाना राजस्व लगभग 3,834 अरब रुपये है।