स्पेस-X ने 20 स्टारलिंक सैटेलाइट्स किए लॉन्च, डायरेक्ट-टू-सेल भी हैं शामिल
स्पेस-X अपने इंटरनेट सेवा नेटवर्क को बढ़ाने के लिए तेजी से स्टारलिंक सैटेलाइट्स की संख्या बढ़ा रही है। एलन मस्क के स्वामित्व वाली कंपनी ने आज (30 अक्टूबर) 20 नए सैटेलाइट्स लॉन्च किए हैं। ये सभी सैटेलाइट्स कैलिफोर्निया के वेंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से भारतीय समय के अनुसार शाम 05:37 बजे फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए भेजे गए। इस लॉन्च से स्पेस-X की इंटरनेट सेवा में सुधार होगा और अधिक क्षेत्रों में कनेक्टिविटी मिलेगी।
डायरेक्ट-टू-सेल सैटेलाइट्स भी हुए लॉन्च
स्पेस-X ने आज जिन स्टारलिंक सैटेलाइट्स का नया बैच लॉन्च किया है, उसमें 13 डायरेक्ट-टू-सेल सैटेलाइट्स शामिल हैं। इन सैटेलाइट्स के जरिए यूजर्स सीधे अपने फोन पर सैटेलाइट से इंटरनेट कनेक्ट कर सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इस साल अगस्त तक स्पेस-X ने पृथ्वी की निचली कक्षा (LEO) में अपने करीब 6,400 स्टारलिंक सैटेलाइट्स तैनात कर चुकी थी, जिनमें से 6,300 वर्तमान में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।
कैसे काम करता है स्टारलिंक?
कंपनी स्टारलिंक ग्राहकों को एक किट देती है, जिसमें एक डिश और वाई-फाई राउटर शामिल हैं। यह डिश सैटेलाइट से सिग्नल प्राप्त करती है और राउटर के जरिए इंटरनेट देती है। पहाड़ी या जंगल वाले इलाकों में मोबाइल टावर या ब्रॉडबैंड केबल लगाना कठिन होता है। ऐसे में सैटेलाइट इंटरनेट उपयोगी है, क्योंकि इसके लिए टावर लगाने या केबल बिछाने की जरूरत नहीं होती और दूर-दराज के इलाकों में भी इंटरनेट मिल सकता है।