नासा के रोवर ने लगाया पता, इस तरह मंगल ग्रह बन गया दुर्गम
क्या है खबर?
नासा के क्यूरियोसिटी रोवर ने हाल ही में अपनी जांच से पता लगाया कि मंगल ग्रह कैसे दुर्गम हो गया।
क्यूरियोसिटी अभी मंगल के गेल क्रेटर में कार्बोनेट नामक खनिजों की जांच कर रहा है। ये खनिज प्राचीन मंगल की जलवायु के बारे में जानकारी देते हैं।
नए आंकड़े दिखाते हैं कि ये कार्बोनेट गीले और सूखे मौसम के दौरान या बहुत नमकीन ठंडे हालात में बने थे, जो जीवन के लिए सही नहीं थे, जिससे ये दुर्गम बन गया।
संभावना
जीवन की संभावना मंगल ग्रह पर है बहुत कम
क्यूरियोसिटी ने चट्टानों और गैसों की जांच के लिए खास उपकरणों का इस्तेमाल किया। किसी तत्व के रूपों में न्यूट्रॉन की अधिक संख्या होती है, जिससे वे भारी होते हैं।
मंगल पर कार्बोनेट में भारी कार्बन और ऑक्सीजन की मात्रा पृथ्वी की तुलना में ज्यादा है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि इन भारी रूपों के बनने के लिए गीले-शुष्क और ठंडे-नमकीन मौसम दोनों जरूरी हैं। इस शोध से पता चलता है कि मंगल पर जीवन की संभावना बहुत कम है।
सबूत
मंगल पर मिले पानी के सबूत
क्यूरियोसिटी रोवर मंगल पर प्राचीन जल के सबूत खोजने में सफल रहा है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इन कार्बोनेट के प्रकारों में वाष्पीकरण की उच्च मात्रा है, जो दर्शाता है कि ये केवल कुछ समय के लिए तरल पानी में बने थे।
हालांकि, यह जीवन के लिए उपयुक्त वातावरण की संभावना को पूरी तरह खत्म नहीं करता है। इनसाइट लैंडर ने भी मंगल पर गहरे भूजल के सबूत खोजे हैं, जो जीवन के लिए सही जगह हो सकते हैं।