शेयरचैट अब व्हाट्सऐप पर शेयर होने वाले वीडियो से करेगी कमाई, पेश किया नया फीचर
क्या है खबर?
व्हाट्सऐप यूजर्स अपने दोस्तों और परिजनों के साथ कई तरह के कंटेंट शेयर करते रहते हैं। अब लोगों की इस आदत का फायदा उठाकर शेयरचैट इससे कमाई करना चाहती है।
क्षेत्रीय भाषाओं वाली सोशल मीडिया ऐप शेयरचैट एक नया फीचर 'ब्रांडेड शेयर्स' ला रही है।
यह नया फीचर हर बार व्हाट्सऐप पर शेयरचैट या मौज से कोई पोस्ट शेयर किए जाने पर एडवरटाइजर्स को अपना विज्ञापन जोड़ने की सुविधा देता है।
शेयरचैट
बीटा वर्जन में है शेयरचैट का नया फीचर
शेयरचैट और मौज के इमर्जिंग बिजनेस के प्रमुख गौरव जैन ने कहा कि वीडियो प्लेटफॉर्म शेयरचैट पर आने वाले यूजर्स अपना पसंदीदा कंटेंट देखते हैं और एक क्लिक में इसे अपने व्हाट्सऐप ग्रुपों में शेयर करते हैं।
उन्होंने कहा, "अब पहली बार हमने इसमें मोनेटाइजेशन शुरू किया है। हालांकि, ब्रांडेड शेयर्स फीचर अभी बीटा वर्जन में है। हमारे पास एडवरटाइजर्स का समूह है, लेकिन उन्हें इसका पर्याप्त लाभ नहीं मिल पाता।"
व्हाट्सऐप
यूजर्स द्वारा शेयरचैट वीडियो को खोलकर देखने की अधिक संभावना
अब जब कोई व्हाट्सऐप पर शेयरचैट वीडियो शेयर करेगा तो वीडियो कंटेंट चलने से पहले एडवरटाइजर्स का विज्ञापन प्री-रोल होगा।
गेमिंग, फिनटेक, मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र की कंपनियां इस फीचर का इस्तेमाल कर रही हैं।
इसकी खासियत यह है कि जान-पहचान वाले लोग ही एक-दूसरे को शेयरचैट वीडियो भेजते हैं, इसलिए इन्हें लगभग 100 प्रतिशत व्हाट्सऐप यूजर्स खोलकर देखते हैं, जबकि व्हाट्सऐप बिजनेस अकाउंट से भेजे जाने मैसेज को यूजर्स ब्लॉक कर देते हैं।
योजना
कंपनी को तीसरी तिमाही में है बढ़त की उम्मीद
अगले 3 से 4 महीनों में कंपनी की योजना ब्रांडेड शेयर्स सुविधा को अधिक एडवरटाइजर्स और यूजर्स तक ले जाने की है।
गौरव ने कहा, "हम जानते हैं कि यह विज्ञापन के लिए सबसे अच्छा समय नहीं है, लेकिन इसके बाद भी 2023 की पहली तिमाही में हमारा विज्ञापन राजस्व साल-दर-साल 20 प्रतिशत बढ़ा है। दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा लगभग 35 प्रतिशत था और तीसरी तिमाही में हमें साल-दर-साल 60 प्रतिशत बढ़त की उम्मीद है।"
अन्य
कंपनी ने अपने खर्चों में की 80 प्रतिशत की कमी
गौरव ने कहा कि कंपनी ने बीते 12 महीनों में अपने खर्चों में 80 प्रतिशत की कमी देखी है, जबकि इसका यूजर एंगेजमेंट समय बरकरार बना रहा है और राजस्व लगभग दोगुना हो गया।
उन्होंने कहा कि हैदराबाद, पुणे, लखनऊ, जयपुर और कोयंबटूर जैसे शहरों में एक तिहाई से अधिक आबादी हर महीने शेयर या मौज का उपयोग करती है।
मौज को उन्होंने देश की सबसे बड़ी शॉर्ट फॉर्म वीडियो ऐप करार दिया है।