क्वालकॉम ला सकती है स्नैपड्रैगन 8 जेन 3 चिप के 2 वेरिएंट, क्या होगा अंतर?
क्वालकॉम कंपनी 24 अक्टूबर को अमेरिका के हवाई में स्नैपड्रैगन शिखर सम्मेलन आयोजित करेगी। इसमें बहुप्रतीक्षित स्नैपड्रैगन 8 जेन 3 चिपसेट की घोषणा की जा सकती है। कंपनी की तरफ से आधिकारिक अनावरण से पहले एक लीक दस्तावेज से सामने आई जानकारी के मुताबिक प्रोसेसर के 2 वेरिएंट होंगे। एक प्रोसेसर 4 नैनोमीटर प्रोसेस नोड का उपयोग करके बनाया जाएगा। दूसरा अधिक पावरफुल और एनर्जी एफिशिएंशी देने के लिए 3 नैनोमीटर नोड का उपयोग करके बनाया जाएगा।
नए प्रोसेसर के गर्म होने की संभावना होगी कम
लीक हुए दस्तावेज के मुताबिक, क्वालकॉम का कहना है कि स्नैपड्रैगन 8 जेन 3 में ARM का नया कार्टेक्स-X4 प्राइम CPU कोर, कार्टेक्स-A 720 परफॉर्मेंस CPU कोर और इसके चिपसेट स्ट्रक्चर के लिए कॉर्टेक्स-A 520 परफॉर्मेंस CPU कोर शामिल होगा। उम्मीद है कि इस स्ट्रक्चर के संयोजन से आने वाले नए 8 जेन 3 प्रोसेसर वर्तमान वाले स्नैपड्रैगन 8 जेन 2 की तुलना में अधिक प्रभावी होंगे और इनके गर्म होने की संभावना भी कम होगी।
दोनों वेरिएंट की मैन्युफैक्चरिंग की प्रक्रिया होगी अलग
3 नैनोमीटर टेक्नोलॉजी पर आधारित आगामी चिप में छोटा फीचर सेट और छोटे ट्रांजिस्टर होंगे, जिससे चिप के अंदर अधिक ट्रांजिस्टर फिट किए जा सकेंगे। यह खासियत इसे अधिक पावरफुल और एनर्जी एफिशिएंट बनाएगी। ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी (TSMC) का N3E 3 नैनोमीटर नोड, 4 नैनोमीटर प्रोसेस नोड की तुलना में स्नैपड्रैगन 8 जेन 3 चिपसेट को कई फायदे प्रदान करेगा। हालांकि, इन दोनों ही चिप के उत्पादन की मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया अलग-अलग है।
अभी सिर्फ A17 प्रो है एकमात्र 3 नैनोमीटर आधारित मोबाइल चिप
स्नैपड्रैगन की तरफ से दोनों चिप आने के बाद देखना दिलचस्प होगा कि परफॉर्मेंस और पावर एफिसिएंशी के मामले में वे कितने अलग है। फिलहाल ऐपल का A17 प्रो चिपसेट दुनिया में एकमात्र 3 नैनोमीटर पर आधारित मोबाइल चिप है। ऐपल ने आईफोन की अपनी नई आईफोन 15 सीरीज के प्रो वर्जन में A17 प्रो चिप दिया है। स्नैपड्रैगन के आगामी नए चिपसेट वर्तमान में मौजूद स्नैपड्रैगन 8 जेन 2 की जगह लेंगे।
न्यूजबाइट्स प्लस
स्नैपड्रैगन के प्रोसेसर का सीधा मुकाबला ऐपल के प्रोसेसर से है। ऐपल जहां अपने आईफोन में खुद का प्रोसेसर इस्तेमाल करती है, वहीं दूसरी तरफ आईफोन की टक्कर में एंड्रॉयड स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनियां फोन की परफॉर्मेंस के लिए स्नैपड्रैगन के चिपसेट पर ही भरोसा दिखाती हैं। अभी इस्तेमाल हो रहा स्नैपड्रैगन 8 जेन 2 कुछ मामलों में ऐपल के बायोनिक A16 चिपसेट से आगे था, लेकिन A17 प्रो से ऐपल ने बढ़त हासिल कर ली है।