पोलारिस डॉन मिशन: कल होने वाले स्पेसवॉक का क्या है उद्देश्य?
पोलारिस डॉन अंतरिक्ष मिशन को स्पेस-X ने बीते दिन (10 सितंबर) फाल्कन 9 रॉकेट की मदद से लॉन्च किया है। स्पेस-X ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में जानकारी दी है कि ड्रैगन पोलारिस डॉन मिशन के सदस्यों को लेकर 1,400 किलोमीटर की ऊंचाई पर पृथ्वी की 6 परिक्रमाएं पूरी कर चुका है। ड्रैगन अब कल (12 सितंबर) होने वाले स्पेसवॉक के लिए खुद को 190×782 किलोमीटर की कक्षा में ले जाने का प्रयास कर रहा है।
स्पेसवॉक की तैयारी कर रही मिशन टीम
पोलारिस डॉन मिशन दुनिया का ऐसा पहला निजी अंतरिक्ष मिशन है, जिसके तहत अंतरिक्ष यात्री स्पेसवॉक करेंगे। मिशन अरबपति जैरेड इसाकमैन द्वारा वित्तपोषित है। इसाकमैन के अलावा, मिशन सदस्यों में स्कॉट पोटेट, अन्ना मेनन और सारा गिलिस शामिल हैं। इसाकमैन और गिलिस अलग-अलग स्पेसवॉक करेंगे। इस दौरान वे कैप्सूल से बाहर होकर अपना स्पेससूट पहनकर 15 से 20 मिनट बिताएंगे। एलन मस्क की अंतरिक्ष कंपनी ने स्पेसवॉक के समय को लेकर अभी जानकारी नहीं दी है।
क्या है इस स्पेसवॉक का उद्देश्य?
पोलारिस डॉन मिशन के तहत किए जाने वाले स्पेसवॉक का उद्देश्य अंतरिक्ष में इतनी ऊंचाई पर अंतरिक्ष यात्रियों के हृदय और श्वसन तंत्र पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जानकारी हासिल की जाएगी। इसके साथ ही, इस दौरान स्पेस-X द्वारा बनाए गए विशेष स्पेसवॉक सूट का भी परीक्षण किया जाएगा, जिससे यह पता चल सकेगा कि भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों में इस स्पेससूट का उपयोग कैसे किया जा सकेगा। अंतरिक्ष यात्री कई अन्य जानकारी भी हासिल करने का प्रयास करेंगे।