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50 करोड़ लिंक्डइन यूजर्स का पर्सनल डाटा हुआ लीक, डार्क वेब पर उपलब्ध

50 करोड़ लिंक्डइन यूजर्स का पर्सनल डाटा हुआ लीक, डार्क वेब पर उपलब्ध

Apr 09, 2021
04:43 pm

क्या है खबर?

चंद दिन पहले ही 50 करोड़ से ज्यादा फेसबुक यूजर्स का पर्सनल डाटा और फोन नंबर्स लीक होने का मामला सामने आया था और अब करोड़ों लिंक्डइन यूजर्स डाटा लीक का शिकार हुए हैं। माइक्रोसॉफ्ट के प्लेटफॉर्म लिंक्डइन के 50 करोड़ से ज्यादा यूजर्स का डाटा लीक होने की बात सामने आई है। नई रिपोर्ट में कहा गया है कि बड़े डाटा लीक के बाद इन यूजर्स का डाटा डार्क वेब पर शेयर किया गया है।

रिपोर्ट

लीक हुई यूजर्स की पर्सनल जानकारी

साइबरन्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है कि लिंक्डइन प्लेटफॉर्म एक बड़े डाटा लीक का शिकार हुआ है और 50 करोड़ से ज्यादा यूजर्स का डाटा लीक हुआ है। लीक हुई जानकारी में लिंक्डइन ID, पूरे नाम, ईमेल एड्रेस, फोन नंबर, जेंडर, लिंक्डइन प्रोफाइल लिंक्स तक शामिल हैं। हालांकि, रिपोर्ट में यह साफ नहीं हुआ है कि हैकर्स की ओर से बेचा जा रहा यह डाटा अपडेटेड है, या फिर पिछले किसी लीक के दौरान चोरी किया गया था।

सफाई

लिंक्डइन ने मामले पर दी सफाई

डाटा ब्रीच की बात स्वीकार करते हुए लिंक्डइन ने कहा कि यूजर्स का वही डाटा स्क्रैप किया गया है, जो पब्लिकली उपलब्ध है। माइक्रोसॉफ्ट की ओनरशिप वाली वेबसाइट ने कहा, "मेंबर्स अपने डाटा के साथ लिंक्डइन पर भरोसा करते हैं और हम उनका भरोसा बनाए रखने के लिए कदम उठाते हैं। हमने लिंक्डइन डाटा लीक से जुड़े मामले की जांच की और पाया कि यह डाटा कुछ वेबसाइट्स और कंपनियों के डाटाबेस से जुटाया गया है और पब्लिकली व्यूएबल है।"

जांच

डाटा लीक मामले की हो रही है जांच

रिपोर्ट के मुताबिक, इटैलियन प्राइवेसी वॉचडॉग ने लिंक्डइन डाटा लीक की जांच शुरू कर दी है और इस बारे में ज्यादा जानकारी जुटा रही है। अथॉरिटी से जुड़े लोगों ने ब्लूमबर्ग को बताया कि शुरू की गई जांच में डार्क वेब पर मौजूद लिंक्डइन यूजर्स के डाटा को वेरिफाइ किया जा रहा है। इस डाटा में ID, पूरा नाम ईमेल एड्रेस और टेलिफोन नंबर्स जैसी पर्सनल और सेंसिटिव जानकारियां भी शामिल हैं।

अटैक्स

डाटा का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं साइबर क्रिमिनल्स

साइबरन्यूज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हैकर्स लीक हुए डाटा का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं। इसकी मदद से फिशिंग अटैक्स के अलावा करोड़ों ईमेल्स को स्पैम किया जा सकता है और फोन नंबर्स की मदद से लिंक्डइन प्रोफाइल्स और ईमेल एड्रेसेज के पासवर्ड्स बदलने की कोशिश भी हैकर्स कर सकते हैं। खुद को ऐसे खतरों से बचाने के लिए लिंक्डइन अकाउंट और उससे जुड़े ईमेल के पासवर्ड्स बदलने की सलाह यूजर्स को दी जाती है।