ओप्पो ने पेश किया तीन बार मुड़ने वाला अनोखा कॉन्सेप्ट फोन, देखें वीडियो
क्या है खबर?
टेक कंपनी ओप्पो ने एक नया और अनोखा स्मार्टफोन कॉन्सेप्ट ओप्पो X नेंडो (Oppo X Nendo) पेश किया है।
तीन बार मुड़ने वाले कॉन्सेप्ट 'स्लाइड फोन' को ओप्पो जापान के डिजाइन स्टूडियो नेंडो (Nendo) के साथ मिलकर तैयार कर रही है।
कंपनी ने जो फ्यूचर स्मार्टफोन पेश किया है, वह किसी किताब की तरह ना खुलकर स्लाइड करते हुए अनफोल्ड किया जा सकेगा।
चाइनीज कंपनी ने इस कॉन्सेप्ट फोन का एक वीडियो भी शेयर किया है।
डिस्प्ले
तीन बार मुड़ने और स्लाइड होने वाला फोन
फोन को स्लाइड करने पर पहले 1.5 इंच का डिस्प्ले नजर आता है, जो नोटिफिकेशंस चेक करने या टाइम देखने के लिए काफी है।
दूसरी बार फोन को ऊपर स्लाइड करने पर 3.5 इंच का डिस्प्ले नजर आता है। कंपनी की मानें तो सेल्फी क्लिक करने या छोटे-मोटे काम निपटाने के लिए यह डिस्प्ले काम आ सकता है।
तीसरी बार पूरी तरह खोलने पर सात इंच का पतले बैजल्स वाला फुल डिस्प्ले दिखता है, जो मल्टीटास्किंग के लिए बेहतरीन है।
डिजाइन
मुड़ने वाला कॉम्पैक्ट डिजाइन
वीडियो में देखा जा सकता है कि पूरी तरह सीधा होने के बाद फोन काफी लंबा लगता है, लेकिन मुड़ने पर कॉम्पैक्ट फील देता है।
कंपनी ने इसमें एक स्टायलस (पेन) भी दिया है, जिसे कोई नोट लिखने या फोन चलाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह फोन की बॉडी का हिस्सा है और एक क्लिक से बाहर निकल आता है।
फोन के बाहरी हिस्से पर तीन कैमरा सेंसर LED फ्लैश के साथ दिख रहे हैं।
इंतजार
लॉन्च में लगेगा कई साल का वक्त
ओप्पो ने बेशक अपने 'स्लाइड फोन' का कॉन्सेप्ट पेश कर दिया हो, लेकिन ऐसा डिवाइस मार्केट तक आने में कई साल का वक्त लग सकता है।
नए डिवाइस के काम करने का तरीका दिखने में बेशक शानदार है, लेकिन इसके लिए मौजूदा टेक्नोलॉजी में कई बदलाव करने होंगे।
ओप्पो की ओर से अब तक कोई भी फोल्डेबल स्मार्टफोन लॉन्च नहीं किया गया है और कंपनी अगले साल मुड़ने वाला पहला फोन मार्केट में उतार सकती है।
ट्विटर पोस्ट
ओप्पो ने ट्वीट भी किया
A secondary fold reveals 80mm of the slide-phone screen, ideal for taking photos or even adapting to particular games using the side control. #OPPOxnendo pic.twitter.com/XUj9Qaaemn
— OPPO (@oppo) December 14, 2020
जानकारी
क्या होते हैं कॉन्सेप्ट फोन?
कॉन्सेप्ट फोन दरअसल ऐसे डिवाइस का खाका होता है, जैसा कोई कंपनी तैयार करना चाहती है।
एक बार कॉन्सेप्ट तैयार होने के बाद कंपनी की इंजीनियरिंग टीम उसका प्रोटोटाइप तैयार करती है।
अगर यह प्रोटोटाइप सही ढंग से काम करता है तो लंबी टेस्टिंग के बाद उसके आधार पर फाइनल डिवाइस तैयार किया जाता है।
इस पूरी प्रक्रिया में कहीं गड़बड़ी होने पर काम रोक दिया जाता है और कॉन्सेप्ट फोन कभी मार्केट तक नहीं पहुंचता।