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OpenAI ने बंद किया ChatGPT का ब्राउज विद बिंग फीचर, ये है वजह
OpenAI ने ChatGPT के ब्राउज विद बिंग फीचर को बंद करने का फैसला लिया है

OpenAI ने बंद किया ChatGPT का ब्राउज विद बिंग फीचर, ये है वजह

लेखन रजनीश
Jul 05, 2023
12:21 pm

क्या है खबर?

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी OpenAI ने हाल ही में अपने चैटबॉट ऐप ChatGPT में ब्राउजिंग से जुड़ा एक नया फीचर जोड़ा था। यह फीचर यूजर्स को चैटबॉट में इंटीग्रेटेड माइक्रोसॉफ्ट बिंग सर्च इंजन के जरिए इंटरनेट सर्च की भी क्षमता प्रदान करता है। अब OpenAI ने हाल ही में घोषणा की है कि वह 'ब्राउज विद बिंग' फीचर को अस्थायी रूप से बंद कर रही है।

बिंग

ब्राउज विद बिंग से ChatGPT को मिली थी इंटरनेट सर्च की क्षमता

OpenAI के ChatGPT का ब्राउज विद बिंग एक बीटा फीचर है और यह सिर्फ ChatGPT प्लस ग्राहकों के लिए उपलब्ध था। ChatGPT प्लस वर्जन सभी के लिए मुफ्त में उपलब्ध नहीं है। इसके लिए हर महीने चार्ज देना होता है। ब्राउज विद बिंग फीचर से ChatGPT यूजर्स के प्रश्नों का जवाब खोजने के लिए बिंग जरिए इंटरनेट की भी मदद ले सकता था। इससे चैटबॉट लेटेस्ट घटनाओं के बारे में भी जानकारी देने में सक्षम था।

उदाहरण

सामने आई ये कमी

OpenAI ने अपनी आधिकारिक घोषणा में कहा, "हमने पाया है कि ChatGPT ब्राउज विद बिंग फीचर कभी-कभी जानकारी को इस तरह से दिखाता है जैसा कंपनी नहीं चाहती थी।" उदाहरण के लिए यदि कोई यूजर किसी वेबसाइट लिंक का पूरा टेक्स्ट मांगता है तो यह चैटबॉट पूरा टेक्स्ट दिखा सकता है, जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए था। इसी समस्या को ठीक करने के लिए OpenAI ने इस फीचर को अस्थायी रूप से बंद करने का फैसला लिया है।

कंटेंट

OpenAI पर कॉपीराइट और प्राइवेसी कानूनों को तोड़ने का आरोप

किसी दूसरे का पूरा कंटेंट अपने प्लेटफॉर्म पर दिखाए जाने को लेकर OpenAI के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। कंपनी पर कॉपीराइट और प्राइवेसी कानूनों को चुनौती देने के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। इसके बाद ही OpenAI ने ब्राउज विद बिंग फीचर को बंद करने का फैसला लिया है। OpenAI पर कॉपीराइट कंटेंट को इस्तेमाल करने को लेकर भी कई शिकायतें और मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

आरोप

कॉपीराइट कंटेंट की ट्रेनिंग का भी आरोप

हाल की एक शिकायत में कंपनी पर आरोप लगा है कि OpenAI ने लेखकों से अनुमति लिए बिना या उन्हें भुगतान किए बिना उनके कॉपीराइट-कंटेंट और पुस्तकों का इस्तेमाल अपने AI सिस्टम को प्रशिक्षित करने के लिए किया। ट्रेमब्ले बनाम OpenAI के तहत इस मामले में कहा गया कि ChatGPT लेखकों की किताबों का सारांश (समरी) दे सकता है, जिससे यह पता चलता है कि इसे कॉपीराइट पुस्तकों के कंटेंट की भी ट्रेनिंग दी गई है।

जानकारी

भुगतान वाले कंटेंट को फ्री में एक्सेस करना था संभव

रिपोर्ट के मुताबिक, यूजर्स ने ChatGPT के बिंग इंटीग्रेशन के जरिए पेवॉल्स से बचने का भी एक तरीका खोज लिया है। इसके जरिए यूजर्स ऐसे कंटेंट को भी मुफ्त में एक्सेस कर सकते हैं, जिसके लिए चार्ज देने की जरूरत होती है।

ब्राउज

ChatGPT के लिए महत्वपूर्ण है 'ब्राउज विद बिंग'

ब्राउज विद बिंग फीचर ChatGPT के लिए काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ChatGPT को लेटेस्ट और अधिक सटीक जानकारी देने में सक्षम बनाता है। इस फीचर के बिना ChatGPT का ज्ञान सीमित है और उसके पास सिर्फ 2021 तक की ही जानकारी है। उदाहरण के लिए आप ChatGPT से 2021 या उससे पहले के क्रिकेट स्कोर आदि की जानकारी मांगेंगे तो मिल जाएगी, लेकिन इसके बाद के किसी मैच की जानकारी इसके पास नहीं है।