
न्यूरालिंक का दूसरा प्रत्यारोपण अभी तक रहा सफल, मरीज पर नहीं पड़ा कोई दुष्प्रभाव
क्या है खबर?
एलन मस्क की ब्रेन टेक्नोलॉजी स्टार्टअप न्यूरालिंक ने हाल ही में दूसरे लकवाग्रस्त मरीज के मस्तिष्क में न्यूरालिंक चिप लगाया था। कंपनी ने कहा है कि उसका इम्प्लांट दूसरे ट्रायल मरीज में अच्छा काम कर रहा है।
एलेक्स के रूप में पहचाने जाने वाले मरीज को थ्रेड रिट्रैक्शन की समस्या का सामना नहीं करना पड़ा है। नोलैंड आर्बॉग ब्रेन चिप इम्प्लांट प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति थे और उन्हें थ्रेड रिट्रैक्शन का सामना करना पड़ा था।
परीक्षण
परीक्षण से गुजर रहा अभी चिप
न्यूरालिंक अपने डिवाइस का परीक्षण करने की प्रक्रिया में है, जिसका उद्देश्य रीढ़ की हड्डी की चोट वाले लोगों की मदद करना है।
पिछले महीने, कंपनी ने दूसरे मरीज में डिवाइस को सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित किया, जो डिवाइस का उपयोग वीडियो गेम खेलने और 3D ऑब्जेक्ट्स को डिजाइन करने का तरीका सीखने के लिए कर रहा।
डिवाइस ने पहले मरीज को वीडियो गेम खेलने, इंटरनेट ब्राउज करने, सोशल मीडिया पर पोस्ट करने और लैपटॉप पर कर्सर घुमाने की अनुमति दी है।
काम
न्यूरालिंक ऐसे करता है काम?
न्यूरालिंक का ब्रेन इम्प्लांट लकवाग्रस्त मरीजों को सिर्फ अपने दिमाग का इस्तेमाल करके डिजिटल डिवाइस इस्तेमाल करने की सुविधा देता है।
यह डिवाइस मानव मस्तिष्क से संकेतों को पकड़ने के लिए छोटे तारों का लाभ उठाकर काम करता है और उन्हें कंप्यूटर स्क्रीन पर कर्सर को हिलाने जैसी क्रियाओं में बदल देता है।
इस चिप की मदद से दूसरे न्यूरालिंक मरीज एलेक्स लिंक का उपयोग करके अपने लैपटॉप पर शूटर गेम काउंटर-स्ट्राइक 2 खेलने में सक्षम हैं।