भारतीय IT कंपनियों में बीते 28 महीनों में आई सबसे कम नौकरी, ये है वजह
भारतीय IT कंपनियां टेक्नोलॉजी सेक्टर में सबसे ज्यादा नौकरियां देने के लिए जानी जाती हैं। IT से जुड़ी इन व्हाइट-कॉलर जॉब में अब कमी आ रही है। अप्रैल में बीते 28 महीनों में सबसे कम वैकेंसी आई हैं। ये आंकड़ा टॉप जॉब बोर्ड और लिंक्डइन ने इकट्ठा किया है। मार्च के मुकाबले अप्रैल में व्हाइट कॉलर जॉब से जुड़ी वैकेंसी 21 प्रतिशत कम हुई हैं। इंडीड का डाटा भी दिखाता है कि IT सर्विस में नौकरियां आधी हो गई हैं।
एक साल पहले की तुलना में IT जॉब में 50-60 प्रतिशत की कमी
सर्च फर्म सीएल HR और लॉन्गहाउस कंसल्टिंग ने कहा कि बड़ी IT कंपनियों में एक साल पहले की तुलना में नौकरियों में 50-60 प्रतिशत की गिरावट आई है। IT सेक्टर के सलाहकारों और जॉब मार्केट के एक्सपर्ट्स ने कहा कि कई IT सर्विस फर्म ग्लोबल बैंकिंग के इंवेस्टमेंट पर निर्भर हैं। इधर ग्लोबल बैंकिंग में उथल-पुथल के कारण IT कंपनियां लोगों को नौकरी पर रखने में सतर्कता बरत रही हैं।
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता का भी प्रभाव
एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि कर्मचारियों की कमी से कंपनियों का रेवेन्यू प्रभावित होगा और ऐसे में कुछ भारतीय कंपनियां आगामी तिमाहियों में अपना कारोबार बंद कर सकती हैं। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता से भी कंपनियां लोगों को नौकरी पर रखने में सावधानी बरत रही हैं। EY में पार्टनर और टेक्नोलॉजी सेक्टर के जानकार नितिन भट्ट ने कहा कि अमेरिका में बैंकिंग संकट को देखते हुए कई कंपनियां क्षेत्रीय बैंकों से बड़े बैंकों की तरफ जा रही हैं।
सीनियर लेवल की नौकरियों में सबसे ज्यादा कमी
आंकड़ों से पता चलता है कि मिड से सीनियर लेवल की नौकरियों में सबसे ज्यादा कमी आई है। इंडस्ट्री के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि कई कंपनियां खाली वैकेंसी को भरने की जल्दबाजी में तब तक बिल्कुल भी नहीं हैं जब तक कि यह बहुत जरूरी न हो। इंडीड इंडिया के सेल्स प्रमुख शशि कुमार ने कहा कि मिड करियर लेवल की नौकरियों में गिरावट है। इसके पीछे की वजह उन्होंने जूनियर और एंट्री लेवल की हायरिंग को बताया है।
AI से भी नौकरियां जाने की आशंका
टेक्नोलॉजी सेक्टर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के चलते भी कई नौकरियां खतरे में हैं। इससे बैक ऑफिस से जुड़ी भी कई नौकरियां जाने की आशंका है। IBM सहित कई टेक कंपनियां कर्मचारियों को AI से रिप्लेस करने की तैयारी में हैं। हाल ही में IBM के CEO अरविंद कष्णा ने कहा कि उनकी कंपनी ऐसे लोगों को काम पर नहीं रखेगी जो काम AI के जरिए हो सकते हैं। उनके मुताबिक, IBM कुछ सालों में 7,800 नौकरियों को कम करेगी।