विप्रो ने फ्रेशर्स को दिया झटका, 50 प्रतिशत कम सैलरी पर ज्वाइन करने को कहा
देश की दिग्गज इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) कंपनियों में नौकरी करने पाने की लोगों को काफी खुशी होती है। बड़ी कंपनियों में अच्छी सैलरी और सुविधाएं मिलती है। विप्रो भी देश की नामी IT कंपनी है, लेकिन यहां पर नौकरी का इंतजार कर रहे लोगों के साथ उल्टा हो रहा है। विप्रो में प्रोजेक्ट इंजीनियर पद की ज्वाइनिंग का इंतजार कर रहे लोगों को शुरुआत में बताई गई सैलरी से कम पर नौकरी ज्वाइन करने के लिए कहा जा रहा है।
क्या है मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बेंगलुरू स्थित IT कंपनी अपने विप्रो 'टर्बो' उम्मीदवारों को आमतौर पर 6.5 लाख रुपये वार्षिक सैलरी देती है और टर्बो के लिए ही कंपनी ने वैकेंसी निकाली थी। अब कंपनी इन्हीं 'टर्बो' उम्मीदवारों को विप्रो 'एलीट' के बराबर यानी 3.5 लाख रुपये वार्षिक सैलरी पर नौकरी ज्वाइन करने के लिए कह रही है। कंपनी ने इस ऑफर को स्वीकार करने के लिए उम्मीदवारों को 16 फरवरी से 20 फरवरी तक का समय दिया था।
ऑफर नहीं मानने पर ज्वाइनिंग डेट की गारंटी नहीं
ET के सूत्रों के अनुसार, विप्रो ने कहा कि अगर कोई कम सैलरी वाले ऑफर को स्वीकार नहीं करना चाहता है और 6.5 लाख रुपये वार्षिक वेतन के मूल प्रस्ताव पर कायम है तो उसकी ज्वाइनिंग की तारीख को लेकर कुछ पक्का नहीं कहा जा सकता। विप्रो से जब इस बारे में जवाब मांगा गया तो उसने कहा कि बदलते मैक्रो वातावरण को देखते हुए उसे अपनी व्यावसायिक जरूरतों के परिणामस्वरूप अपनी ऑनबोर्डिंग योजनाओं में बदलाव करना पड़ा।
मार्च से शुरू होगी ज्वाइनिंग
विप्रो में नौकरी के लिए ऑनबोर्डिंग या कहें कि ज्वाइनिंग की प्रक्रिया मार्च से शुरू की जाएगी। कंपनी का यह भी कहना है कि जो लोग नया ऑफर स्वीकार करते हैं तो उनके पिछले सभी ऑफर रद्द हो जाएंगे। ये ऑफर वित्तीय वर्ष 2022-23 बैच के सभी 'वेलोसिटी' स्नातकों के लिए है। 'वेलोसिटी' विप्रो एलीट उम्मीदवारों (3.5 LPA) द्वारा टर्बो पैकेज (6.5 LPA) के लिए पात्र होने का एक कौशल और प्रशिक्षण कार्यक्रम है।
करियर शुरू करने का एक तत्काल अवसर है वर्तमान प्रस्ताव- विप्रो
ET को भेजे गए मेल में विप्रो ने कहा, "हमारे उद्योग में अन्य लोगों की तरह हम भी वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं और ग्राहकों तक पहुंच जारी रखे हुए हैं और इसी वजह से हम नौकरी दे पा रहे हैं। हम आपकी प्रतिबद्धता और धैर्य की सराहना करते हैं।" उसने कहा, "हम अपने सभी प्रस्तावों का सम्मान करते हैं, लेकिन वर्तमान प्रस्ताव उम्मीदवारों को करियर शुरू करने का एक तत्काल अवसर प्रदान करता है।"
भारत की चौथी सबसे बड़ी IT फर्म है विप्रो
ऑनबोर्डिंग में देरी पर सवाल पूछे जाने पर विप्रो के चीफ एग्जिक्यूटिव थियरी डेलापोर्टे ने अक्टूबर में कहा था कि कंपनी सभी ऑफर्स का सम्मान करती है और टीम ज्वाइनिंग की तारीखों को चरणबद्ध करने का काम कर रही है। बता दें कि विप्रो की गिनती भारत की चौथी बड़ी IT फर्म के तौर पर होती है। अजीम प्रेमजी इसके चेयरमैन हैं। कुछ समय पहले मूनलाइटिंग के कारण कर्मचारियों को निकालने के चलते भी विप्रो चर्चा में रही थी।