ISRO ने 2024 में बदली अपने इन मिशनों की तारीख
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 2024 की शुरुआत एक्सपोसैट के साथ PSLV-C58 उड़ान से की थी। इसके बाद फरवरी में GSLV-F14/INSAT-3DS और अगस्त में SSLV की तीसरी उड़ान की गई। हाल ही में PSLV-C59 यानी प्रोबा-3 मिशन लॉन्च हुआ, जो यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के साथ कॉमर्सियल लॉन्च था। इस साल के अंत में स्पेडएक्स मिशन भी लॉन्च हो सकती है। हालांकि, इस सब से अलग ISRO ने इस साल कई मिशनों की लॉन्च तिथि बदली भी है।
दर्जनों मिशनों की तिथि में ISRO ने किया बदलाव
PSLV-C60 (स्पेडएक्स) मिशन, जो पहले 2024 के पहले तिमाही में लॉन्च होने वाला था, अब 2024 अंत तक स्थगित कर दिया गया है। इसके साथ ही, PSLV-C61 (TDS-01) का लॉन्च जो पहले 2024 की तीसरी तिमाही में होने वाला था, अब 2024-2025 की चौथी तिमाही में होगा। इसके अलावा, PSLV-C62 (RISAT-2A) और C63 (कार्टोसैट-3A) मिशन की लॉन्च तारीख में कोई बदलाव नहीं हुआ है और इनकी लॉन्च की योजना अभी भी 2024-2025 के चौथे तिमाही के लिए बनी हुई है।
निसार मिशन में भी हुई देरी
ISRO का GSLV-F15 (निसार) मिशन जो पहले मार्च 2024 में लॉन्च होना था, अब फरवरी, 2025 तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इसी तरह, GSLV-F16 (GSAT-22) और GSLV F17 (EOS-05) मिशन भी 2024-2025 की चौथी तिमाही में लॉन्च होंगे, जैसा कि पहले निर्धारित था। इसके अलावा, ISRO के गगनयान मिशन की लॉन्च तारीख, जो पहले 2024-25 के तीसरे तिमाही में तय थी, अब मार्च, 2025 तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
अन्य मिशन
स्काईरूट एयरोस्पेस और अग्निकुल कॉसमॉस जैसी निजी कंपनियों के मिशनों के लिए भी परिवर्तन किए गए हैं। स्काईरूट का विक्रम-1 मिशन जो पहले 2024 में लॉन्च होना था, अब 2025 तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इसी तरह, अग्निकुल कॉसमॉस का अग्निबाण मिशन भी 2025 तक के लिए स्थगित किया गया है। इन मिशनों में देरी के कारण भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम पर असर पड़ सकता है, लेकिन ये बदलाव भविष्य में बेहतर तैयारी के लिए किए गए हैं।