
पटना में अल्पसंख्यक संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने टोपी पहनने से इंकार किया
क्या है खबर?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वैसे तो आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी वर्गों के लोगों को साध रहे हैं, लेकिन अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के कार्यक्रम में उनका अलग रूप दिखा। दरअसल, पटना के बापू सभागार में आयोजित 'अल्पसंख्यक संवाद कार्यक्रम' के दौरान उनके अल्पसंख्यक मंत्री जमा खान नीतीश को काली मुस्लिम टोपी पहनाना चाह रहे थे, जिसे उन्होंने पहनने से इंकार कर दिया। नीतीश ने टोपी को पहनने के बजाय जमा खान को टोपी पहना दी।
हंगामा
कार्यक्रम के दौरान हंगामा
यह कार्यक्रम राज्य मदरसा बोर्ड की 100वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित किया गया था, जिसमें मदरसा शिक्षक भी शामिल हुए थे। इसी दौरान मदरसा शिक्षकों ने हंगामा कर दिया और खूब नारेबाजी की। पुलिस ने उनको रोकने की कोशिश की, जिसमें खूब धक्का-मुक्की हुई। शिक्षकों ने नीतीश कुमार को एक ज्ञापन सौंपना चाहा, लेकिन पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद नीतीश ने खुद आगे आकर मंच से शिक्षकों का ज्ञापन पकड़ा।
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नीतीश कुमार ने टोपी पहनाई
अल्पसंख्यक सम्मेलन में नीतीश कुमार ने टोपी अपने मंत्री जमा खान को पहना दिया pic.twitter.com/0kEYviXuek
— पंकज झा (@pankajjha_) August 21, 2025
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कार्यक्रम में हंगामा
पटना में मदरसा बोर्ड के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने मुस्लिमों ने अपनी माँग को लेकर नारे लगाए। बाद में ज्ञापन लेने के बाद मामला संभल गया ।
— Narendra Nath Mishra (@iamnarendranath) August 21, 2025
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जानकारी
टोपी घटना से निकाले जा रहे सियासी मायने
नीतीश कुमार इससे पहले कई अल्पसंख्यक कार्यक्रमों और रोजा इफ्तार की दावतों में मुस्लिम टोपी पहनते रहे हैं, लेकिन इस बार उनके मना करने को बड़ा इशारा माना जा रहा है। बिहार में जनता दल यूनाइटेड (JDU) का भाजपा से गठबंधन है।