I/O कनेक्ट: गूगल ने भारतीय डेवलपर्स को दिए कई AI टूल्स, ऐप बनाने में होगी आसानी
क्या है खबर?
गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और ऐपल सहित कुछ अन्य बड़ी कंपनियां वैश्विक स्तर पर अपने वार्षिक डेवलपर्स कांफ्रेस का आयोजन करती हैं।
अब गूगल ने बुधवार को खासतौर से भारत के लिए अपना पहला I/O कनेक्ट डेवलपर्स कांफ्रेस आयोजित किया।
बेंगलुरू में हुए इस कार्यक्रम में कंपनी ने डेवलपर्स को कई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित टूल्स का सपोर्ट दिया।
जान लेतें हैं कि गूगल ने किन टूल्स का एक्सेस दिया और उनका क्या काम होगा।
टूल्स
गूगल ने की ये घोषणा
गूगल अपने इस नए प्रोग्राम के तहत भारतीय भाषाओं को डिजिटल बनाने से जुड़े प्रोजेक्ट वाणी से जुड़े डाटा को ओपन-सोर्स करने के अलावा रिटेल AI टेक्नोलॉजी, क्रेडिट कार्यक्रम के तहत ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) का उपयोग करने वाली कंपनियों को अनुदान देने की घोषणा की।
इनके अलावा भारतीय डेवलपर्स के लिए PaLM API, मेकर सुइट, वर्टेक्स AI एक्सेस देने के साथ स्टूडियो बॉट जैसे कई आगामी AI-संचालित टूल प्रदर्शित किए जो डेवलपर्स को कोडिंग में मदद करेंगे।
इंटरफेस
गूगल के बड़े लैंग्वेज मॉडल तक पहुंच सकते हैं डेवलपर्स
भारत में डेवलपर्स अब गूगल के बड़े लैंग्वेज मॉडल तक पहुंच सकते हैं। PaLM API और मेकर सुइट के जरिए डेवलपर्स पॉवरफुल प्रोडक्ट्स बना सकते हैं। PaLM API को फायरबेस एक्सटेंशन के जरिए भी एक्सेस किया जा सकता है। ये लगातार संवाद, टेक्स्ट सारांश आदि के लिए चैट इंटरफेस जोड़ने में सक्षम बनाता है।
डेवलपर्स जनरेटिव AI एप्लिकेशन बनाने और उसे पावर देने के लिए गूगल क्लाउड के वर्टेक्स AI का सपोर्ट पा सकते हैं।
क्रेडिट
स्टार्टअप क्रेडिट प्रोग्राम के तहत 20 लाख अनुदान
भारत के डिजिटल विक्रेताओं को सपोर्ट करने के लिए गूगल ने ONDC के लिए स्टार्टअप क्रेडिट प्रोग्राम शुरू किया है।
स्टार्टअप क्रेडिट प्रोग्राम के तहत ONDC को एनेबल करने वाले प्लेटफॉर्म लगभग 20,000 रुपये के अनुदान के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे।
गूगल का कहना है कि व्यवसायों के पास उनके रिटेल AI टेक्नोलॉजी तक पहुंच होगी जो प्लेटफॉर्म पर सर्च एक्सपीरियंस को बढ़ाने और प्रोडक्ट मैनेजमेंट में मदद करेगा।
डाटासेट
डेवलपर्स को मिलेगा वाणी और ओपन बिल्डिंग डाटासेट का एक्सेस
गूगल ने पिछले साल 773 जिलों के लोगों से अज्ञात भाषण डाटा एकत्र करने के लिए भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) के सहयोग से प्रोजेक्ट वाणी लॉन्च किया था। अब डेलवपर्स इन भाषण डाटा को एक्सेस कर सकते हैं और इससे अपनी खुद की टेक्नोलॉजी और ऐप बना सकते हैं।
कंपनी भारत में अपने ओपन बिल्डिंग डाटासेट को ओपन-सोर्स कर रही है।
डेवलपर्स गूगल के हाथ की लिखावट पहचानने वाले AI और मशीन लर्निंग मॉडल का एक्सेस पा सकते हैं।
तस्वीर
तस्वीरों की पहचान करने वाले टूल का मिलेगा एक्सेस
गूगल चाहती है कि उसकी AI जनरेटेड सभी तस्वीरों में मूल फाइल पर मेटाडाटा और मार्कअप हो, जिससे यूजर्स को उस तस्वीर से जुड़ा संदर्भ या जानकारी दी जा सके। इसमें पब्लिशर और क्रिएटर दोनों ही मेटाडाटा जोड़ सकेंगे।
गूगल ने विश्व भर में लोगों की व्यापक संस्कृति कवरेज करने वाले सीगल डाटाबेस को ओपन सोर्स कर दिया है। कंपनी आने वाले महीनों में इस टेक्नोलॉजी पर और अधिक जानकारी देगी।
मैप
गूगल मैप में दिया एड्रेस डिस्क्रिप्टर
गूगल मैप में पता खोजने के लिए एड्रेस डिस्क्रिप्टर लॉन्च किया है। ये 25 भारतीय शहरों में भारत का पहला एक्सपेरिमेंटल फीचर है। ये रिवर्स जियोकोडिंग API के जरिए उपलब्ध है।
गूगल ने नया वॉच फेस फॉर्मेट फीचर पेश किया है।
डेवलपर्स अब टीवी कंपोज के जरिए टीवी ऐप्स बना सकते हैं।
गूगल ने वेब जीपीयू के बारे में भी जानकारी दी है। नया API जीपीयू हार्डवेयर की पॉवर को अनलॉक करता है और वेब को AI-रेडी बनाता है।