हैकर्स VPN सर्वर के जरिए कर रहे साइबर हमला, आप ऐसे रहें सुरक्षित
साइबर हमले को अंजाम देने के लिए हैकर्स नए-नए तरीके अपना रहे हैं। अभी तक वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग करने वाले यूजर्स इसे काफी सुरक्षित मानते थे, लेकिन हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां हैकर्स VPN सर्वर के जरिए यूजर्स की संवेदनशील जानकारी को चुरा रहे हैं। सुरक्षा विशेषज्ञों ने VPN का उपयोग करने वाले यूजर्स के लिए ऐसे साइबर हमलों को लेकर चेतावनी दी है।
हैकर्स यूजर्स को कैसे जाल में फंसाते हैं?
हैकर्स फिशिंग और सोशल इंजीनियरिंग तकनीकों का उपयोग करके यूजर्स को धोखा देते हैं, ताकि वे अपने नियंत्रण वाले खतरनाक VPN सर्वर से कनेक्ट हो जाएं। इसके बाद, यूजर्स अनजाने में अपना VPN क्लाइंट हमलावरों को सौंप देते हैं, जिससे हमलावर लॉगिन क्रेडेंशियल्स चुरा सकते हैं, मालवेयर इंस्टॉल कर सकते हैं और कोड चला सकते हैं। यह समस्याएं तब उत्पन्न होती हैं, जब VPN क्लाइंट अपने द्वारा कनेक्ट किए गए सर्वर की वैधता को ठीक से वेरीफाई नहीं करते।
ऐसे खतरे से कैसे रहें सुरक्षित?
VPN सॉफ्टवेयर को नियमित रूप से अपडेट करना बहुत जरूरी है, ताकि सुरक्षा खामियों से बचा जा सके। हमेशा विश्वसनीय और सुरक्षित सर्वर से ही कनेक्ट करें, और ऑनलाइन रहते हुए सतर्क रहें। फिशिंग प्रयासों से बचने के लिए संदिग्ध लिंक और ईमेल से दूर रहें, क्योंकि ये हैकर्स द्वारा हमले के तरीके हो सकते हैं। टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का उपयोग करें और अपनी सुरक्षा सेटिंग्स को समय-समय पर चेक करें, ताकि कोई भी जोखिम से बच सकें।