एंड्रॉयड, क्रोम और फायरफॉक्स यूजर्स पर साइबर हमले का खतरा, जारी हुआ अलर्ट
एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) और गूगल क्रोम और मोजिला फायरफॉक्स वेब ब्राउजर यूजर्स पर साइबर हमले का खतरा मंडल आ रहा है। इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) के अनुसार, एंड्रॉयड OS और इन दोनों वेब ब्राउजर में ऐसी तकनीकी खामियां पाई गई है, जिससे साइबर जालसाज यूजर्स के संवेदनशील डाटा को चोरी कर सकते हैं। एंड्रॉयड OS में यह कमियां एंड्रॉयड वर्जन 12, 12L, 13, 14 में मौजूद हैं।
इन ब्राउजर्स को है सबसे अधिक खतरा
CERT-In की रिपोर्ट के अनुसार, मैक और विंडोज पर गूगल क्रोम वर्जन 123.0.6312.105.106.107 से पहले के और लिनिक्स पर 123.0.6312.105 से पहले के वर्जन का उपयोग करने वाले यूजर्स पर साइबर हमले का खतरा। इसके अतिरिक्त, फायरफॉक्स वर्जन 124.0.1 से पहले के और फायरफॉक्स ESR 115.9.1 से पहले के वर्जन से भी डाटा चोरी हो सकता है। हैकर्स ब्राउजर की कमजोरियों का उठाकर डिवाइस में मौजूद पासवर्ड, फोटो और वित्तीय डाटा जैसी संवेदनशील जानकारी तक पहुंच सकते हैं।
ऐसे खतरे से कैसे सुरक्षित रहें?
एंड्रायड यूजर्स साइबर हमले के खतरे से बचने के लिए समय-समय पर अपने सॉफ्टवेयर को अपडेट करते रहें। क्रोम और फायरफॉक्स वेब ब्राउजर के यूजर्स भी ऐसे किसी भी खतरे से बचने के लिए अपने ब्राउजर को अपडेट करें। अपने डिवाइस में मौजूद सभी जरूरी और संवेदनशील डाटा का नियमित रूप से बैकअप लें। डिवाइस पर हमेशा मजबूत पासवर्ड का उपयोग करें और ऐप्स और अपने डिवाइस पर टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन सक्षम करें।