
गूगल ने AI डाटा सेंटर की बिजली आपूर्ति के लिए किया 260 अरब रुपये का सौदा
क्या है खबर?
गूगल ने अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्लाउड प्लेटफॉर्म की बढ़ती बिजली जरूरतों को पूरा करने के लिए 3,000 मेगावाट जलविद्युत ऊर्जा हासिल करने का सौदा किया है। यह डील 3 अरब डॉलर (लगभग 260 अरब रुपये) में ब्रुकफील्ड एसेट मैनेजमेंट के साथ हुई है। गूगल को इस सौदे के पहले चरण में पेंसिल्वेनिया के 2 संयंत्रों से 670 मेगावाट कार्बन-मुक्त बिजली मिलेगी, जिससे कम लागत वाली स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा।
योजना
गूगल का हाइड्रो फ्रेमवर्क और विस्तार की योजना
हाइड्रो फ्रेमवर्क समझौते के तहत गूगल को मौजूदा जल संयंत्रों को अपनी जरूरत के अनुसार उन्नत करने की अनुमति मिलेगी। शुरुआत में यह योजना अमेरिका के सबसे बड़े ग्रिड PJM पर केंद्रित होगी, जहां AI परियोजनाओं के कारण बिजली की भारी मांग है। गूगल का कहना है कि वह डिजिटल बुनियादी ढांचे को जिम्मेदारी से विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है और भविष्य में देश के अन्य हिस्सों में भी विस्तार किया जा सकता है।
असर
डाटा सेंटर्स की पानी खपत और स्थानीय असर
गूगल का यह सौदा उस सप्ताह हुआ जब मेटा ने सुपर इंटेलिजेंस AI के लिए विशाल डाटा केंद्रों में निवेश की घोषणा की। एक सामान्य डाटा सेंटर रोज 5 लाख गैलन पानी खपत करता है, लेकिन AI केंद्रित परिसर यह आंकड़ा लाखों तक पहुंचा सकते हैं। इससे स्थानीय समुदायों को पानी की बढ़ती कीमतों और भविष्य में संभावित पानी की कमी का सामना करना पड़ सकता है, जो चिंता का विषय बनता जा रहा है।