आज पृथ्वी पर आ सकता है G2-श्रेणी का सौर तूफान, रेडियो ब्लैकआउट की आशंका
राष्ट्रीय मौसम सेवा के अंतरिक्ष मौसम पूर्वानुमान केंद्र (SWPC) ने सौर तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया है, जो तेजी से पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। नासा ने 1 सितंबर को सूर्य के उत्तरी हिस्से में मौजूद एक सनस्पॉट में हुए विस्फोट के बारे में जानकारी दी थी। विस्फोट से उत्पन्न हुआ कोरोनल मास इंजेक्शन (CME) क्लाउड 2 सितंबर को पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से से टकरा गया। इस टक्कर से आज पृथ्वी पर सौर तूफान आ सकता है।
G2-श्रेणी का हो सकता है सौर तूफान
नासा के अनुसार, आज पृथ्वी पर आने वाला सौर तूफान G2-श्रेणी का होगा। इस तूफान के आने से पहले CME क्लाउड के प्रभाव के कारण दुनिया के कई हिस्सों में लोगों को शॉर्टवेब में रेडियो ब्लैकआउट का सामना भी करना पड़ सकता है। बता दें, CME अलग-अलग गति से यात्रा करते हैं, कुछ 15-18 घंटों में पृथ्वी तक पहुंचते हैं, जबकि अन्य को कई दिन लगते हैं। जैसे-जैसे वे सूर्य से दूर जाते हैं उनका आकार बढ़ता जाता है।
सौर तूफान से क्या है खतरा?
सौर तूफान को उनके प्रभाव के आधार पर वैज्ञानिकों ने G1 से लेकर G5 तक कुल 5 श्रेणियों में बांटा है। G1-श्रेणी का सौर तूफान काफी हल्का होता है, लेकिन G5-श्रेणी का सौर तूफान काफी शक्तिशाली होता है। सौर तूफान सैटेलाइटों को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं, मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवाओं को बाधित कर सकते हैं। अत्यधिक शक्तिशाली होने पर इससे पावर ग्रिड और पृथ्वी आधारित संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक्स को भी नुकसान पहुंच सकता है।