मोबाइल नोटिफिकेशन के जरिये अपराधियों तक पहुंच रही FBI, यह चिंता भी सता रही
अपराधियों तक पहुंचने के लिए पुलिस और कानूनी एजेंसियां अलग-अलग तरीके अपनाती हैं। इनमें कुछ सदियों पुराने तरीके होते हैं तो कुछ बिल्कुल उन्नत। अब एक रिपोर्ट में सामने आया है कि अमेरिका की खुफिया एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) अपराधियों तक पहुंचने के लिए पुश नोटिफिकेशन का सहारा ले रही है। इसके लिए FBI गूगल और ऐपल जैसी कंपनियों से डाटा मांगती है और फिर अपराधियों तक पहुंच जाती है।
यह काम कैसे होता है?
आपके मोबाइल पर दिनभर में कई नोटिफिकेशन आती होंगी। इनमें से हर नोटिफिकेशन में एक मेटाडाटा होता है, जिसकी मदद से यह पता लगाया जाता है कि आप उस ऐप को अपने फोन पर कैसे इस्तेमाल करते हैं। ऐप में भी एक 'पुश टोकन' होता है, जो फोन निर्माता कंपनियों के कॉर्पोरेट सर्वर पर स्टोर रहता है। इसकी मदद से मोबाइल में स्टोर हुए पर्सनल डाटा के जरिये ऐप इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति की पहचान हो सकती है।
लोगों को सता रही चिंता
अमेरिकी अखबार द वाशिंगटन पोस्ट ने इस बात का खुलासा किया है। इसके लिए अखबार ने 14 राज्यों के अदालती मामलों की जांच की और ऐपल और गूगल जैसी टेक कंपनियों से नोटिफिकेशन से जुड़ा डाटा मांगने के लिए 130 से अधिक वारंट का पता लगाया। हालांकि, अब इस तरीके को लेकर विरोध भी शुरू हो गया है। कई लोगों का कहना है कि सरकार ऐसे राजनीतिक तौर पर अलग विचार रखने वाले लोगों को ट्रैक कर सकती है।