मोबाइल ऐप्स पर कम समय बिता रहे भारतीय यूजर्स, खराब इंटरनेट और वाई-फाई स्पीड है वजह
क्या है खबर?
भारतीय यूजर्स मोबाइल ऐप्स पर कम समय बिता रहे हैं और इस वजह से अलग-अलग ऐप्स की रिटेंशन रेट में गिरावट आ रही है।
यूजर्स ऐप्स पर कम समय इसलिए नहीं बिता रहे हैं कि वो मनौवैज्ञानिकों और अन्य एक्सपर्ट्स द्वारा फोन के कम इस्तेमाल की सलाह का पालन कर रहे हैं बल्कि इसकी वजह खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी है।
यूजर्स द्वारा ऐप्स पर कम समय बिताए जाने से ऐप्स कंपनियों के राजस्व पर भी असर पड़ रहा है।
सेशन
जनवरी से मार्च में यूजर्स ने ऐप्स पर कम समय बिताया
ओपनसिग्नल की एक रिपोर्ट में पाया गया है कि जनवरी से मार्च की समयावधि में यूजर्स ने ऐप्स पर काफी कम समय बिताया है।
खराब सिग्नल के कारण 29 प्रतिशत ऐप सेशन बाधित होते हैं। ये कुल सेशन का लगभग एक तिहाई हिस्सा है।
खराब सिग्नल से ऐप सेशन टाइम में 20 प्रतिशत की गिरावट आई है। वहीं खराब वाई-फाई सिग्नल से भी 11 प्रतिशत ऐप सेशन बाधित हुए हैं।
इंटरनेट
खराब इंटरनेट का वीडियो देखे जाने पर पड़ा सबसे ज्यादा प्रभाव
खराब इंटरनेट के दौरान मोबाइल नेटवर्क पर 20 प्रतिशत और वाई-फाई पर 11 प्रतिशत कम डाटा ट्रांसफर होता है।
इस खराब कनेक्टिविटी का सबसे ज्यादा प्रभाव वीडियो देखे जाने के मामले पर पड़ा है। खराब इंटरनेट के चलते लोग वीडियो कम देख रहे हैं।
वीडियो देखे जाने के दौरान सेलुलर नेटवर्क पर आधारित ऐप सेशन में 61 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है और वाई-फाई पर यह आंकड़ा 60 प्रतिशत है।
ऐप्स
इन कैटेगरी के ऐप्स के सेशन में भी आई गिरावट
घटिया इंटरनेट कनेक्टिविटी और बेकार वाई-फाई स्पीड के चलते वीडियो के अलावा कई अन्य कैटेगरी के ऐप्स के सेशन में भी गिरावट आई है।
जिन अन्य 10 कैटेगरी के ऐप्स में यूजर्स का टाइम स्पेंट सबसे ज्यादा घटा है, उनमें लाइफस्टाइल, नेविगेशन, न्यूज एंड मैग्जीन, एजुकेशन, शॉपिंग, यूटिलिटी, मौसम, प्रोडक्टिविटी और सोशल मीडिया से जुड़ी ऐप्स हैं।
खराब इंटरनेट स्पीड के चलते एक सप्ताह के बाद ऐप रिटेंशन रेट्स में 49 प्रतिशत की गिरावट आई है।
इंस्टाल
इन पर पड़ा खराब इंटरनेट का सबसे ज्यादा प्रभाव
खराब इंटरनेट की वजह से यूजर्स द्वारा पहले दिन या कहें कि ऐप को इंस्टॉल करने वाले दिन ही अनइंस्टॉल करने की संभावना सबसे अधिक होती है।
इंस्टॉल करने वाले दिन ही खराब इंटरनेट की वजह से वीडियो प्लेइंग, न्यूज-मैगजीन और लाइफस्टाइल से जुड़ी ऐप्स सबसे ज्यादा अनइंस्टॉल की गई हैं।
बतौर रिपोर्ट, 31 प्रतिशत वीडियो प्लेइंग ऐप्स, 24 प्रतिशत न्यूज और मैगजीन ऐप्स और 23 प्रतिशत लाइफस्टाइल ऐप्स डाउनलोड के पहले दिन ही अनइंस्टॉल कर दी गई।
मैट्रिक
क्या है रिटेंशन रेट और टाइम स्पेंट
दरअसल, रिटेंशन रेट उन यूजर्स का प्रतिशत है, जो ऐप का इस्तेमाल जारी रखते हैं।
यह ऐप मैट्रिक यूजर्स द्वारा पहली बार ऐप इंस्टॉल करने के 30 दिन, 7 दिन और 1 दिन बाद मापा जाता है। ऐप रिटेंशन रेट ऐप के मंथली एक्टिव यूजर्स को उस ऐप के मंथली इंस्टॉल से भाग देकर निकाला जाता है।
यूजर जब किसी ऐप को बार-बार यूज करते हुए टाइम बिताते हैं तो उसे ऐप सेशन कहा जाता है।