ऑनलाइन शॉपिंग स्कैम्स से बचकर, फेक दीवाली सेल्स में लुट सकते हैं आपके पैसे
क्या है खबर?
त्योहारों का सीजन आने के साथ ही ऑनलाइन डिस्काउंट्स और शॉपिंग ऑफर्स की शुरुआत हो गई है।
ये सभी ऑफर्स और सेल्स असली नहीं हैं और इनमें से ढेरों की मदद से स्कैमर्स इंटरनेट यूजर्स को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
ये स्कैमर्स अमेजन, फ्लिपकार्ट और शॉपक्लूज जैसी पॉप्युलर ई-कॉमर्स वेबसाइट्स का नाम इस्तेमाल कर यूजर्स को फंसा रहे हैं।
ऐसे में ऑनलाइन खरीददारी करते वक्त जरा सी लापरवाही आप पर भारी पड़ सकती है।
खतरा
बैंकिंग डाटा और पैसों की चोरी का तरीका
इंटरनेट यूजर्स को ढेरों लुभाने वाले ऑफर्स देना ऑनलाइन स्कैमर्स और अटैकर्स के लिए स्कैम करने का एक तरीका है।
बड़े डिस्काउंट के लालच में अक्सर ग्राहक किसी मालिशियस लिंक पर क्लिक कर देते हैं और स्कैम में फंस जाते हैं।
सोशल मीडिया पर ऐसे ऑफर्स के फेक ऐड्स दिखाकर भी हजारों यूजर्स को स्कैम में फंसाया जाता है।
कई बार विक्टिम खुद अपना पैसे स्कैमर के अकाउंट में ट्रांसफर कर देते हैं।
तरीका
इस तरह अटैक करते हैं स्कैमर्स
सबसे पहले विक्टिम को फेक ऑफर या डिस्काउंट का लालच देकर ऐड या लिंक पर क्लिक करने के लिए कहा जाता है।
क्लिक करने के बाद यह लिंक विक्टिम को असली शॉपिंग प्लेटफॉर्म जैसी दिखने वाली फेक वेबसाइट पर लेकर जाता है।
प्रोडक्ट ऑर्डर करने के बाद पेमेंट के लिए वह पेज खुलता है, जो स्कैमर्स से जुड़ा होता है।
यहां एंटर करते ही कार्ड डीटेल्स चोरी हो जाते हैं और होने वाला भुगतान स्कैमर्स के अकाउंट में जाता है।
सावधानी
जरा सी सावधानी से बच सकते हैं आप
ऑनलाइन खरीददारी करते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखें तो आप इस तरह के स्कैम्स से बच सकते हैं।
किसी भी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का URL सबसे पहले चेक करें और इसकी शुरुआत https:// से होनी चाहिए। यहां 's' का मतलब सिक्योर होता है।
हमेशा अमेजन, फ्लिपकार्ट, शॉपक्लूज और मिंत्रा जैसी भरोसेमंद शॉपिंग वेबसाइट्स और इनकी आधिकारिक ऐप्स से ही खरीददारी करें।
आपके सिस्टम में इंस्टॉल एंटी-वायरस या फिर फायरवॉल भी अप-टू-डेट रहना चाहिए।
डाटा
अपना सेंसिटिव डाटा शेयर करने से बचें
ध्यान रहे, अपना पर्सनल और सेंसिटिव डाटा किसी नई वेबसाइट या शॉपिंग ऐप पर शेयर करने से बचें।
साथ ही अनजान व्यक्ति के सुझाव पर या फिर ऐड देखकर कोई शॉपिंग ऐप डाउनलोड ना करें।
इसके अलावा अपने शॉपिंग प्लेटफॉर्म अकाउंट्स का पासवर्ड बदलते रहना भी जरूरी है।
इसी तरह किसी के मांगने पर अपने कार्ड डीटेल्स, ATM पिन या बैंकिंग डाटा व्हाट्सऐप या मेसेंजर जैसी सेवाओं पर शेयर ना करें।
समझदारी
चुनें 'कैश ऑन डिलिवरी' का विकल्प
अगर आपको बहुत अच्छी डील मिल रही है और आपने कन्फर्म कर लिया है कि आप आधिकारिक शॉपिंग प्लेटफॉर्म इस्तेमाल कर रहे हैं तो कैश ऑन डिलिवरी का विकल्प चुन सकते हैं।
इस तरह कैश ऑन डिलिवरी ऑप्शन चुनते वक्त आपको कोई कार्ड डीटेल्स देने या एडवांस पेमेंट करने की जरूरत नहीं होगी।
याद रखें, कोई भी ऑफर उम्मीद से ज्यादा अच्छा और आकर्षक लगे तो गूगल सर्च कर आप इसकी सच्चाई पता कर सकते हैं।