
पुलिस अधिकारी बनकर जालसाज लोगों से मांग रहें उनकी व्यक्तिगत जानकारी, ऐसे रहें सुरक्षित
क्या है खबर?
साइबर अपराध को अंजाम देने के लिए जालसाजों ने नया तरीका खोज लिया है।
हाल ही में एक फिल्म समीक्षक सुचरिता त्यागी को जालसाज ने पुलिस अधिकारी बनकर कॉल किया।
सुचरिता ने ट्वीट कर बताया कि उन्हें 9 अंकों के एक अनजान नंबर से ऑटोमेटिक कॉल आया, जिसमें जालसाज ने अपना परिचय नई दिल्ली के कीर्ति नगर पुलिस स्टेशन के सब-इंस्पेक्टर के रूप में दिया। जालसाज में पूछा कि क्या उन्होंने अपना आधार, पैन या ATM कार्ड खो दिया है।
जालसाज
जालसाज ने आगे क्या कहा?
जालसाज ने पूछा कि क्या वह किसी विपुल सिंह के बारे में जानती है, जिसे चोरी के ATM कार्ड के साथ पकड़ा गया था।
नकली पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि चोरी के एक कार्ड पर सुचरिता नाम था। वेरिफिकेशन के लिए जालसाज ने सुचरिता को अपने कार्ड के अंतिम 4 अंक शेयर करने के लिए कहा गया।
इसके बाद CVV और OTP मांगने की संभावना थी, लेकिन सुचरिता को फर्जी कॉल का एहसास हुआ और उन्होंने कॉल काट दिया।
बचाव
ऐसे फर्जी कॉल से कैसे बचें?
ऐसे फर्जी कॉल के जरिये साइबर जालसाज आपसे ठगी कर सकते हैं, ऐसे में यूजर्स को सलाह दी जाती है कि वे अपने व्यक्तिगत विवरण, विशेषकर OTP और कार्ड डिटेल किसी के भी साथ साझा न करें।
साइबर ठगी से बचने के लिए अज्ञात ईमेल ID या व्हाट्सऐप के जरिए प्राप्त किसी भी लिंक पर क्लिक ना करें।
साइबर ठगी की आशंका होने पर तत्काल साइबर अपराध सेल में शिकायत करें।