गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की तिहाड़ जेल में हुई हत्या, जानें उसकी कहानी
क्या है खबर?
दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की मंगलवार सुबह हत्या कर दी गई।
पुलिस ने बताया कि प्रतिद्वंदी गोगी गैंग के कुछ सदस्यों ने टिल्लू पर हमला कर दिया था, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था और अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
दिल्ली पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है।
आइए जानते हैं कि कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल टिल्लू ताजपुरिया कौन था।
परिचय
पुलिस ने 2016 में किया था टिल्लू को गिरफ्तार
दिल्ली में अलीपुर के पास ताजपुर गांव का रहने वाले टिल्लू ताजपुरिया का असली नाम सुनील मान था।
पुलिस के अनुसार, उसके कुख्यात नीरज बवानिया, सुनील बाली, चीनू और अन्य गैंगस्टरों के साथ संबंध थे।
दिल्ली पुलिस ने टिल्लू को वर्ष 2016 में हत्या, वसूली, डकैती समेत 11 से अधिक अपराधों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और तब से ही वह जेल में बंद था।
जुर्म
जेल के अंदर से अपना गिरोह चला रहा था टिल्लू
टिल्लू पिछले कई वर्षों से जेल के अंदर से ही अपना गिरोह चलाने में कामयाब रहा और उसने अपने गिरोह के सदस्यों से कई हत्याएं करवाईं।
इनमें से अधिकतर हत्याएं दिल्ली और हरियाणा में हुई थीं।
गौरतलब है कि टिल्लू के परिवार में माता-पिता और तीन भाई-बहन हैं। उसके पिता दिल्ली नगर निगम (MCD) में कार्यरत थे और हाल ही में नौकरी से सेवानिवृत्त हुए हैं।
हमला
टिल्लू को मारने की पहली भी हुई थी कोशिश
गैंगस्टर गोगी ने 2015 में कुलदीप फज्जा के साथ मिलकर टिल्लू को खत्म करने की योजना बनाई थी और उसने टिल्लू को मारने के लिए अपने लोगों को जेल भेजने के कई प्रयास किए थे।
हालांकि, पुलिस ने गोगी और फज्जा को गिरफ्तार कर लिया, जिसके कारण यह योजना विफल हो गई थी।
बता दें कि टिल्लू को रोहिणी कोर्ट में हुई गोगी की हत्या के बाद मंडोली जेल से तिहाड़ जेल में शिफ्ट किया गया था।
मामला
रोहिणी कोर्ट में गोलीबारी के समय चर्चा में आया था टिल्लू
गैंगस्टर टिल्लू का नाम रोहिणी कोर्ट में हुई गोलीबारी की घटना में सामने आया था। 24 सितंबर, 2021 में रोहिणी कोर्ट में दो हमलावरों ने जज के सामने गैंगस्टर जितेंद्र गोगी पर गोलियां बरसा दी थीं, जिससे गोगी की मौके पर ही मौत हो गई।
उस वक्त जवाबी कार्रवाई में दोनों हमलावर भी मारे गए थे। तब टिल्लू मंडोली जेल में बंद था और उसकी गोगी गैंग से दुश्मनी थी और उसका नाम इस गोलीबारी से जुड़ा था।
मामला
किसी समय टिल्लू और गोगी के बीच थी गहरी दोस्ती
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एक समय पर टिल्लू और गोगी के बीच दोस्ती थी, लेकिन दिल्ली के स्वामी श्रद्धानंद कॉलेज में छात्र संघ के चुनाव के दौरान दोनों एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी बन गए थे।
दरअसल, दोनों बदमाशों ने अलग-अलग उम्मीदवारों का समर्थन किया था, जिसे लेकर झगड़ा हो गया था।
टिल्लू और गोगी ने अगले कई वर्षों तक क्षेत्र में वर्चस्व की लड़ाई के तहत एक-दूसरे के गिरोह के सदस्यों को निशाना बनाते रहे।