
सूर्य के पास पहुंचते ही टूट गया धूमकेतु स्वान, दोबारा दिखने की उम्मीद कम
क्या है खबर?
अंतरिक्ष में मौजूद धूमकेतु स्वान (C/2025 F2) अब शायद टूट चुका है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि यह धूमकेतु सूर्य के बहुत करीब पहुंचने के बाद उसकी गर्मी और गुरुत्वाकर्षण नहीं झेल सका और बिखर गया।
इस धूमकेतु को हाल ही में कई खगोल प्रेमियों ने टेलीस्कोप से देखा था और उम्मीद जताई थी कि यह नंगी आंखों से भी दिखाई देगा।
हालांकि, अब यह अचानक फीका पड़ गया है और धीरे-धीरे अंतरिक्ष में गुम हो रहा है।
पहचान
अंतरिक्ष कैमरे से दिखा था हरा और चमकदार स्वान
धूमकेतु स्वान की खोज शौकिया खगोलविदों ने की थी, जिन्होंने नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के अंतरिक्ष कैमरे की मदद ली थी।
इसकी लंबी चमकदार पूंछ और हरे रंग की रोशनी ने सभी का ध्यान खींचा।
अमेरिकी नौसेना अनुसंधान प्रयोगशाला के वैज्ञानिक कार्ल बैटम्स ने कहा है कि यह संभवतः इस धूमकेतु की पहली सूर्य यात्रा थी और अब यह सिर्फ धूल का ढेर बनकर रह गया है, जो धीरे-धीरे बिखर रहा है।
उत्पत्ति
ऊर्ट क्लाउड से आया था स्वान
स्वान धूमकेतु की उत्पत्ति ऊर्ट क्लाउड से हुई थी, जो हमारे सौरमंडल के सबसे दूर के हिस्से में स्थित है।
ये धूमकेतु बर्फ, गैस और धूल से बने होते हैं और सूर्य के करीब आते ही चमकने लगते हैं। 2020 में नियोवाइज और 1990 के दशक में हेल-बोप जैसे धूमकेतु पृथ्वी के पास से गुजरे थे, लेकिन स्वान से ऐसी उम्मीद नहीं थी।
अब वैज्ञानिक मानते हैं कि इसके टुकड़े फिर से गहरे अंतरिक्ष में लौट जाएंगे।