
CERT-In ने गूगल क्रोम में खामियों को लेकर चेताया, हैक हो सकता है सिस्टम
क्या है खबर?
इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने डेस्कटॉप पर गूगल क्रोम में सुरक्षा खामियों को लेकर गंभीर चेतावनी जारी की है।
इससे माइक्रोसॉफ्ट विंडोज और मैक के लिए 136.0.7103.113/.114 से पहले के ब्राउजर के सभी वर्जन और लिनक्स के लिए 136.0.7103.113 वर्जन प्रभावित है।
CERT-In ने चेतावनी दी कि इन खामियों के कारण प्रभावित सिस्टम पर अनधिकृत कोड भेजा जा सकता है, जिससे हैकर्स आपकी संवेदनशील जानकारी चोरी करने के साथ सिस्टम को भी खतरा पैदा कर सकते हैं।
खतरा
क्रोम की खामियों के कारण आ सकती हैं ये दिक्कत
खामियां ब्राउजर के लोडर कंपोनेंट में खराब नीति प्रवर्तन और मोजो में अनुचित हैंडलिंग से जुड़ी हैं, जो क्रोम में इंटर-प्रोसेस कम्यूनिकेश को संभालने वाला कंपोनेंट है।
CERT-In ने चेतावनी दी है कि ये खामियां साइबर अपराधियों को यूजर को खतरनाक वेबसाइट पर जाने के लिए प्रेरित करके प्रभावित सिस्टम पर मनमाना कोड भेजने की अनुमति दे सकती हैं।
इन कमजोरियों में से एक CVE-2025-4664 का पहले से ही सक्रिय रूप से उपयोग किया जा रहा है।
सलाह
सुरक्षा के लिए दिए ये सुझाव
CERT-In की सलाह विंडोज, मैकओएस और लिनक्स प्लेटफॉर्म सहित डेस्कटॉप पर गूगल क्रोम चलाने वाले सभी व्यक्तिगत यूजर और संगठनों पर लागू होती है।
इन जोखिमों से बचने के लिए यूजर्स से अपने ब्राउजर को गूगल क्रोम के नवीनतम वर्जन में अपडेट करने का आग्रह किया है।
आवश्यक सुरक्षा के लिए विंडोज और मैक के लिए क्रोम 136.0.7103.113 और ऊपर के वर्जन में और लिनक्स सिस्टम के लिए 136.0.7103.113 और ऊपर के वर्जन में एकीकृत किया गया है।