बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया पर लग सकता है बैन, CAIT ने की मांग
साउथ कोरियन गेम डिवेलपर क्राफ्टॉन की ओर से बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया गेम का अर्ली ऐक्सेस रिलीज कर दिया गया है। गेम के पब्लिक वर्जन की लॉन्च डेट अब तक सामने नहीं आई है लेकिन इससे पहले ही गेम पर बैन लगाने की मांग उठने लगी है। दरअसल, भारत सरकार ने पिछले साल डाटा सुरक्षा के मुद्दे को लेकर PUBG मोबाइल पर बैन लगाया था और बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया उसी गेम के इंडियन वर्जन के तौर पर लॉन्च किया गया है।
CAIT ने सरकार को भेजा लेटर
कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने केंद्रीय IT और संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद को एक लेटर भेजा है। संगठन ने यह लेटर लिखकर मंत्रालय से बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया गेम पर बैन लगाए जाने की मांग उठाई है। CAIT ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि यह PUBG मोबाइल के इंडिया वर्जन पर बैन लगाने की मांग 'राष्ट्र की सुरक्षा और अखंडता बनाए रखने' के लिए कर रही है और यह गेम युवाओं को नुकसान पहुंचाता है।
प्ले स्टोर से गेम हटाने की मांग
साथ ही CAIT ने टेक कंपनी गूगल ने कहा है कि वह बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया के डिवेलपर्स को गेम के लिए गूगल प्ले स्टोर का इस्तेमाल करने की अनुमति ना दे। CAIT के सेक्रेटरी-जनरल ने ट्विटर पर लिखा, "पिछले साल PUBG को बैन किया गया था और अब वे भारतीय कानून को धोखा देते हुए बैकडोर एंट्री कर रहे हैं।" बता दें, गेम का अर्ली ऐक्सेस वर्जन 17 जून से डाउनलोड करने के लिए प्ले स्टोर पर उपलब्ध है।
रिलीज से पहले बैन नहीं लगा सकती सरकार
पिछली रिपोर्ट में सरकार की ओर से कहा गया था कि वे ऐसे किसी गेम पर बैन नहीं लगा सकते, जिसे रिलीज ना किया गया हो। यानी कि बैन गेम के आधिकारिक रिलीज के बाद ही लगाया जा सकता है। क्राफ्टॉन ने गेम के आधिकारिक लॉन्च डेट अभी नहीं बताई है और फिलहाल बीटा प्रोग्राम के साथ इसकी टेस्टिंग चल रही है। गेम पहले एंड्रॉयड और बाद में iOS प्लेटफॉर्म के लिए आ सकता है।
चाइनीज सर्वर पर डाटा भेज रहा है नया गेम
IGN इंडिया की रिपोर्ट में बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया गेम से जुड़ी नई जानकारी सामने आई है। रिपोर्ट की मानें तो बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया से जुड़ा यूजर्स का डाटा चीन के बीजिंग में सर्वर्स पर भेजा जा रहा है। इसके अलावा कंपनी टेंसेट के प्रॉक्सिमा बीटा, हांगकांग और माइक्रोसॉफ्ट एज्यूर सर्वर्स (अमेरिका, मुंबई और मॉस्को) पर भी डाटा भेज रही है। एंटीचीट एक्सपर्ट और QCloud जैसे जिन सर्वर्स पर डाटा जा रहा है, वे चाइनीज कंपनी टेंसेट से जुड़े हैं।
50 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड हुआ गेम
क्रॉफ्टॉन ने बताया है कि भारतीय गेमर्स के लिए एक्सक्लूसिव गेम के आर्ली ऐक्सेस वर्जन को 50 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है। कंपनी ने इन-गेम नोटिफिकेशन दिखाकर भारतीय यूजर्स को धन्यवाद दिया है और '5M डाउनलोड गिफ्ट' भी दे रही है। बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया सभी यूजर्स के लिए प्ले स्टोर पर नहीं आया है। अर्ली ऐक्सेस रिलीज केवल बीटा टेस्टर्स के लिए किया गया है, जिससे वे गेम में मौजूद खामियों और बग्स की जानकारी दें।
पिछले महीने भी उठी थी बैन की मांग
अरुणाचल प्रदेश के विधायक नीनॉन्ग एरिंग ने भी पिछले महीने बैटलग्राउंड्स मोबाइल इंडिया पर बैन लगाने की मांग उठाई है। एरिंग ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गेम पर बैन लगाने की मांग की और कहा है कि यह पिछले साल बैन किए गए PUBG मोबाइल गेम का री-लॉन्च है। आरोप है कि क्राफ्टॉन चाइनीज कंपनी टेंसेंट के साथ मिलकर काम कर रही है। दरअसल, PUBG मोबाइल गेम यूजर्स डाटा की सुरक्षा से जुड़ी चिंता के चलते बैन किया गया था।