
सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष से सफेद बालों के साथ लौटीं, जानिए क्या है इसकी वजह?
क्या है खबर?
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स 9 महीने बाद पृथ्वी लौटीं, तो उनके सफेद बालों को देखकर लोग हैरान रह गए।
चर्चा होने लगी कि क्या अंतरिक्ष में रहने से बाल सफेद होते हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक, अंतरिक्ष में शरीर कई बदलावों से गुजरता है, लेकिन बालों का रंग बदलने का प्रमाण नहीं है।
कुछ लोगों का मानना है कि असली वजह ISS पर हेयर डाई न मिलना हो सकती है। इसलिए उनके असली सफेद बाल नजर आने लगे।
असर
अंतरिक्ष में रहने से शरीर पर क्या असर पड़ता है?
नासा के अनुसार, अंतरिक्ष में लंबा समय बिताने से शरीर पर कई प्रभाव पड़ते हैं, जिसमें मांसपेशियों और हड्डियों का कमजोर होना शामिल है।
2016 के अध्ययन में पाया गया कि अंतरिक्ष में बालों की जड़ों से जुड़े जीन प्रभावित होते हैं, जिससे बालों की ग्रोथ धीमी हो सकती है।
एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि 3 महीने अंतरिक्ष में रहने वाले चूहों के बाल कूप का विकास बाधित हुआ, लेकिन बालों के रंग बदलने का प्रमाण नहीं मिला।
रिकवरी
अंतरिक्ष से लौटने के बाद रिकवरी क्यों जरूरी?
लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने से शरीर को दोबारा पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के अनुरूप ढालने में समय लगता है। इसलिए, जब विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर लौटे, तो उन्हें स्ट्रेचर पर ले जाया गया।
अब वे 45 दिनों की रिकवरी प्रक्रिया से गुजरेंगे, जिसमें शारीरिक उपचार और संतुलन बहाल करने के लिए विशेष कसरत शामिल होगी।
इस दौरान उन्हें चक्कर आना, हड्डियों में कमजोरी और रक्त संचार से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।