NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / राजनीति की खबरें / बिहार विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे 108 आदिवासी गांव, जानें क्या है कारण
    अगली खबर
    बिहार विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे 108 आदिवासी गांव, जानें क्या है कारण

    बिहार विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे 108 आदिवासी गांव, जानें क्या है कारण

    लेखन मुकुल तोमर
    Oct 24, 2020
    04:31 pm

    क्या है खबर?

    बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर वोटिंग शुरू होने में अब चंद दिन ही बाकी रह गए हैं और राजनीतिक पार्टियों से लेकर वोटर्स तक सभी पूरी तरह से तैयार हैं।

    इस बीच राज्य के 108 आदिवासी गांवों ने इन चुनावों का बहिष्कार करने का फैसला लिया है। कैमूर पठार के इन आदिवासी गांवों के लोग उन पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई के विरोध में चुनावों का बहिष्कार कर रहे हैं।

    पूरा मामला क्या है, आइए आपको बताते हैं।

    पृष्ठभूमि

    टाइगर रिजर्व बनाने को लेकर आमने-सामने हैं सरकार और आदिवासी

    हाल ही में सरकार ने कैमूर क्षेत्र को टाइगर रिजर्व घोषित किया था और इलाके के लोग उसके इस ऐलान का विरोध कर रहे हैं।

    आदिवासी गांवों का नेतृत्व करने वाले कैमूर मुक्ति मोर्चा (KMM) ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उससे कैमूर को संविधान की पांचवीं अनुसूची के तहत अनुसूचित करने की मांग की थी।

    उसका कहना है कि इलाके में टाइगर रिजर्व का निर्माण ग्राम सभाओं और आदिवासी आबादी की मंजूरी के बाद ही किया जाना चाहिए।

    आरोप

    10 सितंबर को पुलिस ने की प्रदर्शन कर रहे आदिवासियों पर बर्बर कार्रवाई

    10 सितंबर को इन 108 गांवों के हजारों आदिवासी अधौरा वन विभाग के कार्यालय के बाहर जमा हो गए और प्रदर्शन करने लगे।

    पहले तो प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन फिर पुलिस ने आदिवासियों पर बर्बरता से हमला करना शुरू कर दिया। आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने गोलियां भी बरसाईं और सात प्रदर्शनकारियों को झूठे आरोपों में उठा कर ले गए।

    पुलिस पर महिलाओं और बच्चों पर भी लाठीचार्ज करने का आरोप है।

    मौत

    पुलिस की गोलीबारी में एक आदिवासी की मौत

    घटना में पुलिस की गोली लगने से एक आदिवासी की मौत की बात भी सामने आई है। मरने वाला आदिवासी चफाना गांव का रहने वाला था और उसका नाम प्रभु बताया जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस की गोली उसके कान से होती हुई निकल गई।

    इसके अलावा पुलिस पर 12 सितंबर को KMM के कार्यालय में तोड़फोड़ करने और दर्जनों एक्टिविस्ट्स को झूठे आरोपों में गिरफ्तार करने का भी आरोप है।

    जांच

    दिल्ली से आई टीम ने की पुलिसिया बर्बरता की पुष्टि

    न्यूजक्लिक की रिपोर्ट के अनुसार, 23 से 27 सितंबर के बीच दिल्ली की चार सदस्यीय एक फैक्ट फाइडिंग टीम कैमूर आई और उसने आदिवासियों पर पुलिस की कार्रवाई की पूरी जांच की।

    इस टीम में आमिर शेरवानी खान और मातादयाल (ऑल इंडिया यूनियन ऑफ फॉरेस्ट वर्किंग पीपल), राजा रब्बी हुसैन (दिल्ली एकजुटता समूह) और सुप्रीम कोर्ट के वकील अमन खान शामिल थे।

    इस टीम ने आदिवासियों के आरोपों को सही पाते हुए पुलिस की बर्बरता की पुष्टि की थी।

    बयान

    वृंदा करात बोलीं- आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ युद्ध छेड़ रही सरकार

    माओवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPIM) पॉलिट-ब्यूरो की सदस्य और आदिवासी अधिकार राष्ट्रीय मंच की उपाध्यक्ष वृंदा करात ने मामले में सरकार पर आदिवासियों के संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ एक अघोषित युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया है।

    वहीं मातादयाल ने कहा, "केवल अपनी आवाज उठाने के लिए हम पर एक के बाद एक केस दर्ज किए जा रहे हैं। हम चाहते हैं कि आदिवासियों पर बर्बर कार्रवाई करने वालों अधिकारियों पर SC/ST अधिनियम के तहत आपराधिक कार्रवाई की जाए।"

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    बिहार
    विधानसभा

    ताज़ा खबरें

    जीमेल में अब स्मार्ट रिप्लाई होंगे और भी बेहतर, गूगल ने जोड़ा नया AI फीचर जीमेल
    I/O 2025: गूगल ने जेमिनी में जोड़ा AI असिस्टेंट, अब लाइव पहचान कर सुधारेगा गलतियां गूगल
    IPL 2025: वैभव सूर्यवंशी ने लगाया अर्धशतक, बने हमारे 'प्लेयर ऑफ द डे' वैभव सूर्यवंशी
    IPL 2025: RR ने CSK को दी शिकस्त, देखिए मैच के शानदार मोमेंट्स IPL 2025

    बिहार

    बिहार विधानसभा चुनावों के लिए गाइडलाइंस जारी; मतदाताओं को मिलेंगे दस्ताने, ऑनलाइन होंगे नामांकन राष्ट्रीय जनता दल (RJD)
    जॉब्स: 12वीं पास से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट और PhD उम्मीदवारों तक के लिए यहां निकली भर्ती शिक्षा
    सुप्रीम कोर्ट का बिहार विधानसभा चुनाव टालने से इनकार, कहा- कोरोना वायरस नहीं बन सकता कारण जनता दल यूनाइटेड
    BEL समेत कई जगहों पर हो रही भर्तियां, जल्द करें आवेदन शिक्षा

    विधानसभा

    महिला सुरक्षा के लिए दिल्ली सरकार का बड़ा कदम, कल से तैनात होंगे 13,000 बस मार्शल दिल्ली
    महाराष्ट्र: पहली बार आमने-सामने नहीं हैं भाजपा और शिवसेना, पढ़ें 30 साल की "दोस्ती" का इतिहास नरेंद्र मोदी
    महाराष्ट्र: अगर ऐसा करती है शिवसेना तो उसके साथ सरकार बनाने को तैयार NCP महाराष्ट्र
    महाराष्ट्र के बाद झारखंड में मुश्किलों में भाजपा, सहयोगी पार्टियां बना रही दबाव झारखंड
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025