कोरोना महामारी जिस एन्डेमिक में बदलने जा रही है, वो क्या होती है?
कोरोना महामारी को लेकर कई विशेषज्ञ अनुमान लगा चुके हैं कि यह अगले कुछ महीनों में एन्डेमिक (स्थानिक) बनकर रह जाएगी। हाल ही में नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल (NCDC) के निदेशक डॉ सुजीत सिंह ने भी कहा कि अगले छह महीनों में कोरोना महामारी एन्डेमिक चरण में पहुंच जाएगी। पिछले महीने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा था कि भारत में कोरोना महामारी एन्डेमिक बनने के चरण में पहुंच रही है। आइये, जानते हैं कि एन्डेमिक क्या होती है?
क्या होती है एन्डेमिक?
एन्डेमिक के बारे में जानने से पहले पैनडेमिक (महामारी) के बारे में जान लेते हैं। पैनडेमिक उस बीमारी को कहा जाता है, जो एक ही समय पर एक साथ बहुत बड़े इलाके में फैल रही होती है। इसके दायरे में एक पूरा देश, पूरा महाद्वीप या पूरा विश्व हो सकता है। कोरोना वायरस इसका उदाहरण है। दूसरी तरफ एन्डेमिक वो बीमारी होती है, जो किसी सीमित स्थान पर फैलती है या उसका दायरा सीमित होता है।
किसी बीमारी को एन्डेमिक कब माना जाता है?
किसी बीमारी को एन्डेमिक तब माना जाता है, जब किसी विशेष जगह पर सीमित लोगों में इसके मामले सामने आते हैं और बिना किसी खास प्रयासों के ये स्थिर बने रहते हैं। उदाहरण के तौर पर देखें तो पोलिया एक एन्डेमिक थी, चिकनपॉक्स एक एन्डेमिक है। इसी तरह HIV अमेरिका में और मलेरिया अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका के कुछ देशों में एन्डेमिक बन चुकी है। इबोला की बात करें तो कांगो में यह एन्डेमिक बन चुकी है।
"पुराने कोरोना वायरस की तरह एन्डेमिक बन जाएगी कोविड-19"
कोविड-19 का कारण SARS-CoV-2 एन्डेमिक बनने वाला पांचवा ह्युमन कोरोना वायरस होगा। इससे पहले जुकाम आदि का कारण बनने वाले चार कोरोना वायरस इस चरण में पहुंच चुके हैं। लंदन स्कूल ऑफ ट्रोपिकल हाइजिन के प्रोफेसर और WHO से जुड़े डॉ डेविड एल हेमेन ने बताया कि कोविड एन्डेमिक बन जाएगी और यह पुराने कोरोना वायरस की तरह लगातार म्यूटेट होती रहेगी, जिनके लिए हर साल नई फ्लू वैक्सीन तैयार करनी पड़ती है।
बीते साल जाहिर की गई थी एन्डेमिक बनने की संभावना
कोविड-19 के एन्डेमिक बनने की सबसे पहली संभावना बीते साल मई में WHO के आपातकालीन कार्यक्रमों के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर माइकल रेयान ने जाहिर की थी। तब उन्होंने कहा था, "यह वायरस हमारे समाज में एक और एन्डेमिक बन जाएगा और कभी दूर नहीं जाएगा। HIV दूर नहीं गया है, लेकिन हम इसके साथ रहना सीख गए हैं। हमने इसका निदान और इलाज पा लिया है और अब लोगों को इससे पहले जितना डर नहीं लगता।"
एन्डेमिक बनने के बाद क्या होगा?
NCDC के निदेशक डॉ सिंह ने बताया कि कोविड-19 अगले छह महीनों में एन्डेमिक बन जाएगी और इसे संभालना पहले से आसान हो जाएगा। यह स्वास्थ्य व्यवस्था पर पहले जितना दबाव नहीं डाल पाएगी। उन्होंने आगे कहा, "यदि मृत्यु और संक्रमण की दर नियंत्रण में है तो हम बीमारी का प्रबंधन आसानी से कर सकते हैं।" साथ ही उन्होंने लोगों से ऐहतियात बरतने की अपील करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।
अभी महामारी की क्या स्थिति?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, दुनियाभर में अब तक लगभग 22.64 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 46.61 लाख लोगों की मौत हुई है। सर्वाधिक प्रभावित अमेरिका में 4.15 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं और 6.67 लाख लोगों की मौत हुई है। अमेरिका के बाद भारत दूसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है। भारत में अब तक 3.33 करोड़ लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है और 4.44 लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।