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वजन घटाने वाली दवाइयां हृदय रोगियों की मृत्यु के जोखिम को करती हैं कम- अध्ययन 

वजन घटाने वाली दवाइयां हृदय रोगियों की मृत्यु के जोखिम को करती हैं कम- अध्ययन 

लेखन सयाली
Aug 31, 2025
05:19 pm

क्या है खबर?

इन दिनों ओजेम्पिक जैसी दवाओं की खूब चर्चा हो रही है, जो वजन घटाने के काम आती हैं। ये भारत में भी इस्तेमाल की जाने लगी हैं, जिनके जरिए बड़े-बड़े बॉलीवुड सितारे वजन घटाने में सक्षम हुए हैं। अब सामने आया है की इन दवाइयों के सेवन से हृदय रोग के इलाज में भी मदद मिल सकती है। एक अध्ययन के मुताबिक, वजन घटाने वाली दवाइयां हृदय रोगियों की समय से पहले मौत के जोखिम को आधा कर सकती हैं।

अध्ययन

अमेरिकी शोधकर्ताओं ने किया यह अध्ययन

इसे बोस्टन स्थित डॉक्टरों और अस्पतालों के एक गैर-लाभकारी नेटवर्क 'मास जनरल ब्रिघम' के अमेरिकी शोधकर्ताओं ने पूरा किया है। इसके नतीजों को मैड्रिड में आयोजित दुनिया के सबसे बड़े हृदय सम्मेलन में पेश किया गया था। इससे सामने आया कि जीएलपी-1 एगोनिस्ट नामक दवाओं की मदद से हृदय रोगियों फायदा पहुंच सकता है। इससे उनके गंभीर रूप से बीमार पड़ने या असमय मृत्यु का जोखिम काफी हद तक कम हो सकता है।

जांच

90,000 से ज्यादा रोगियों की हुई थी जांच

यूरोपीय सोसायटी ऑफ कार्डियोलॉजी के वार्षिक सम्मेलन में इस अध्ययन के नतीजों की चर्चा की गई थी। पता चला कि वजन घटाने वाली दवाइयां हृदय रोग से पीड़ित लोगों के अस्पताल में भर्ती होने या समय से पहले मृत्यु होने के जोखिम को 58 प्रतिशत तक घटा सकती हैं। अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने हार्ट फेलियर के 90,000 से ज्यादा रोगियों के आंकड़ों का विश्लेषण किया था। ये सभी मोटे थे और टाइप 2 मधुमेह से भी पीड़ित थे।

परिणाम

क्या रहे इस अध्ययन के नतीजे?

अध्ययन के परिणामों को 'जर्नल ऑफ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन (JAMA)' पत्रिका में प्रकाशित किया गया था। जांच के बाद सामने आए नतीजों के मुताबिक, सेमाग्लूटाइड दवा लेने वालों के अस्पताल में भर्ती होने या समय से पहले मरने की संभावना 42 प्रतिशत कम थी। टिर्जेपेटाइड ने हृदय रोग, मृत्यु या अस्पताल में भर्ती होने के जोखिम को 58 प्रतिशत तक घटा दिया था। इससे साफ है कि हृदय रोग के मरीजों को वजन घटाने वाली दवाइयां देना सुरक्षित है।

बयान

डॉक्टर ने इस विषय में क्या कहा?

ब्रिघम एंड वीमेन हॉस्पिटल के चिकित्सक और मास जनरल ब्रिघम हेल्थकेयर सिस्टम के संस्थापक डॉ निल्स क्रुगर अध्ययन के प्रमुख लेखक हैं। उन्होंने कहा, "हमारे अध्ययन से पता चला कि सेमाग्लूटाइड और टिर्जेपेटाइड दवाइयां हार्ट फेलियर के प्रतिकूल प्रभावों को कम करके मोटापे और मधुमेह के रोगियों को लाभ पहुंचा सकती हैं।" उन्होंने आगे बताया, "निष्कर्ष बताते हैं कि भविष्य में जीएलपी-1 को लक्षित करने वाली दवाइयां हार्ट फेलियर के रोगियों के लिए जरूरी उपचार विकल्प प्रदान कर सकती हैं।"

अन्य लाभ

वजन घटाने वाली दवाइयां प्रदान करती हैं ये अन्य लाभ

हम सभी जानते हैं कि वजन घटाने वाली दवाइयां पतला होने में मदद करती हैं। हालांकि, इनके कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं। जैसा कि अध्ययन से सामने आया, ये दवाइयां दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा कम कर देती हैं। साथ ही ये ब्लड शुगर को कम करके मधुमेह के इलाज में भी मदद करती हैं। इतना ही नहीं, इनके जरिए किडनी भी बेहतर तरीके से कार्य करने लगती हैं।