ओडिशा: सिमिलिपाल राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा पर जाएं तो जरूर देखें यहां के 5 मुख्य आकर्षण
क्या है खबर?
सिमिलिपाल राष्ट्रीय उद्यान ओडिशा के मयूरभंज जिले में स्थित है और यह भारत के बड़े वन्यजीव अभ्यारण्यों में से एक है।
यहां घने जंगल, झरने और विविध जीव-जंतु पाए जाते हैं। बाघ, हाथी और कई दुर्लभ पक्षियों की प्रजातियां यहां देखी जा सकती हैं।
सिमिलिपाल का नाम 'साल' पेड़ों से लिया गया है, जो यहां बहुतायत में हैं। यह स्थान प्रकृति और वन्यजीव प्रेमियों के लिए आदर्श गंतव्य है।
यहां की यात्रा पर आकर ये मुख्य आकर्षण जरूर देखें।
#1
सफारी
सिमिलिपाल राष्ट्रीय उद्यान की सफारी बेहद रोमांचक होती है। यहां जीप सफारी के माध्यम से जंगल में जाकर विभिन्न वन्यजीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देखा जा सकता है।
सफारी के दौरान बाघ, हाथी, हिरण और जंगली सूअर जैसे जानवर देखने को मिलते हैं। इसके अलावा, यहां कई प्रकार के पक्षी भी देखे जा सकते हैं, जो पक्षी प्रेमियों को आकर्षित करते हैं।
सफारी का समय सुबह या शाम का होता है, जब जानवर अधिक सक्रिय होते हैं।
#2
बरेहिपानी झरना
बरेहिपानी झरना सिमिलिपाल राष्ट्रीय उद्यान का एक प्रमुख आकर्षण है, जो लगभग 399 मीटर ऊंचाई से गिरता है। यह झरना भारत के सबसे ऊंचे झरनों में से एक माना जाता है और इसकी खूबसूरती पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ यह स्थान पिकनिक मनाने या परिवार संग समय बिताने के लिए आदर्श जगह है। यहां पहुंचने पर आप पानी की गर्जना सुन सकते हैं, जो आपके मन को शांति प्रदान कर सकती है।
#3
जॉर्बिला वॉच टावर
जॉर्बिला वॉच टावर सिमिलिपाल राष्ट्रीय उद्यान में स्थित एक महत्वपूर्ण स्थल है, जहां से आप पूरे जंगल का नजारा ले सकते हैं।
इस टावर पर चढ़कर आप दूर-दूर तक फैले हरे-भरे जंगलों और वहां विचरण करते हुए जानवरों को देख सकते हैं।
विशेष रूप से सुबह या शाम के समय यहां आकर अद्वितीय दृश्य देखने को मिलते हैं, जब सूरज की किरणें पेड़ों पर पड़ती हैं और सभी पेड़-पौधे जीवंत नजर आने लगते हैं।
#4
नीलगिरी पहाड़ियां
नीलगिरी पहाड़ियां ट्रेकिंग करने वालों के लिए एक शानदार स्थान हैं, जहां वे प्रकृति की गोद में चलने का आनंद ले सकते हैं।
ये पहाड़ियां अपने हरे-भरे रास्तों और खूबसूरत दृश्यों के कारण मशहूर हैं। ट्रेकिंग करते समय आपको विभिन्न प्रकार की वनस्पतियां देखने को मिलेंगी, जिनमें कई औषधीय पौधे भी शामिल होते हैं।
यहां की ताजगी भरी हवा और शांत वातावरण मन को शांति प्रदान करते हैं, जिससे यह स्थान और भी आकर्षक बन जाता है।
#5
रारान्गिया गांव
सिमिलिपाल राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा के दौरान रारान्गिया गांव जाना न भूलें, जहां आप स्थानीय जनजातीय संस्कृति का अनुभव कर सकते हैं।
इस गांव में रहने वाले लोग अपनी पारंपरिक जीवनशैली को बनाए रखते हुए आधुनिकता से दूर रहते आए हैं।
यहां आकर आप उनकी कला-कौशल, संगीत और नृत्य जैसी गतिविधियों का हिस्सा बनकर उनकी जीवनशैली को समझ सकते हैं।
उनके साथ समय बिताकर आप उनके रीति-रिवाजों के बारे में भी जान सकते हैं।