कैसी की जाती है माउंटेन क्लाइंबर एक्सरसाइज? जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
माउंटेन क्लाइंबर एक बेहतरीन एक्सरसाइज है, जो पूरे शरीर की सहनशक्ति को बढ़ाने में मदद करता है। यह न केवल आपके हृदय को मजबूत बनाता है, बल्कि आपके पेट, हाथ और पैरों की मांसपेशियों को भी मजबूत कर सकता है। इसे करने के लिए किसी विशेष उपकरण की आवश्यकता नहीं होती, जिससे इसे कहीं भी और कभी भी किया जा सकता है। यह आपकी कैलोरी बर्न करने में भी मदद करता है और आपकी फिटनेस को बेहतर बनाता है।
एक्सरसाइज करने का तरीका
इसके लिए पहले जमीन पर घुटनों के बल बैठें और फिर अपनी दोनों हथेलियों को जमीन पर रखें। अब अपने दोनों पैरों को पीछे की ओर सीधा कर लें, फिर अपने दाएं पैर के घुटने को मोड़ें और इसे अपनी छाती की ओर लाएं। इसके बाद इसे सीधा करें। जब आप दाएं पैर को सीधा करें तो अपने बाएं पैर के घुटने को अपनी छाती की ओर लाएं। कुछ मिनट तक ऐसे ही अपने पैरों को चलाते रहें।
माउंटेन क्लाइंबर करते समय जरूर बरतें ये सावधानियां
माउंटेन क्लाइंबर के दौरान अपनी पीठ और कूल्हों को एकदम सीधा रखें। अगर आपके कंधों या फिर हाथों में किसी तरह की तकलीफ है तो इस एक्सरसाइज को न करें। जिन लोगों को घुटनों में चोट लगी हो या जिनकी सर्जरी हुई हो, वे भी इस एक्सरसाइज को न करें। गर्भवती महिलाएं भी इस एक्सरसाइज को न करें। अगर हाल ही में पेट की सर्जरी हुई है तो भी माउंटेन क्लाइंबर एक्सरसाइज को करने से बचना चाहिए।
नियमितता बनाए रखें
माउंटेन क्लाइंबर का अधिकतम लाभ पाने के लिए इसे नियमित रूप से करना जरूरी है। शुरुआत में 30 सेकंड तक करें और धीरे-धीरे समय बढ़ाते जाएं। सप्ताह में कम से कम तीन बार इस एक्सरसाइज को शामिल करें ताकि आपकी सहनशक्ति बढ़ सके। आप इसे सुबह या शाम किसी भी समय कर सकते हैं, जब आपको आरामदायक लगे। इस एक्सरसाइज को करने से आपके शरीर की ताकत और सहनशक्ति दोनों में सुधार होगा और आप फिट महसूस करेंगे।
विविधता जोड़ें
एक ही प्रकार से माउंटेन क्लाइंबर करते रहने से बोरियत हो सकती है इसलिए इसमें विविधता जोड़ें। आप साइड माउंटेन क्लाइंबर या क्रॉस-बॉडी माउंटेन क्लाइंबर कर सकते हैं, जिससे अलग-अलग मांसपेशियों पर काम होगा और आपको नई चुनौती मिलेगी। इसके अलावा आप इन एक्सरसाइज को विभिन्न गति और समय के साथ आजमा सकते हैं ताकि आपकी दिनचर्या में बदलाव आए और आपका शरीर नई चुनौतियों का सामना कर सके। इससे सहनशक्ति भी बढ़ेगी और एक्सरसाइज में रुचि बनी रहेगी।