दिग्गज भारतीय व्यवसायी हैं नारायण मूर्ति, सीखें उनसे ये 5 सबक
क्या है खबर?
इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति भारतीय उद्यमिता के प्रतीक हैं।
उनकी जीवन यात्रा और कार्यशैली से हमें कई अहम सबक मिलते हैं। उन्होंने अपने साफ नजरिये, टीम वर्क, नैतिकता और ईमानदारी को हमेशा प्राथमिकता दी।
मूर्ति ने लगातार सीखने की आदत और समाज सेवा का महत्व भी समझा।
इस लेख में हम उनके अनुभवों से पांच अहम जीवन के सबक सीखेंगे, जो किसी भी उद्यमी के लिए प्रेरणादायक हो सकते हैं।
#1
स्पष्ट दृष्टिकोण रखें
मूर्ति का मानना है कि एक सफल उद्यमी बनने के लिए स्पष्ट नजरिया होना जरूरी है। उन्होंने हमेशा अपने लक्ष्यों को साफ रखा और उसी दिशा में मेहनत की।
जब आप अपने उद्देश्यों को साफ-साफ समझते हैं तो आपके निर्णय लेने की क्षमता बेहतर होती है और आप सही दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।
इससे न केवल आपका आत्मविश्वास बढ़ता है, बल्कि आप अपने कार्यों में भी अधिक प्रभावी होते हैं।
#2
टीम वर्क पर ध्यान दें
मूर्ति ने हमेशा टीम वर्क को अहमियत दी है।
उनका मानना है कि एक व्यक्ति अकेले सब कुछ नहीं कर सकता, उसे एक मजबूत टीम की जरूरत होती है। इंफोसिस की सफलता का बड़ा कारण उनकी टीम का सामूहिक प्रयास था।
उन्होंने अपनी टीम को हमेशा प्रोत्साहित किया और साथ लेकर चले। इसलिए अपनी टीम को प्रेरित करें, उन्हें बढ़ावा दें और उनके साथ मिलकर काम करें ताकि आप भी सफलता हासिल कर सकें।
#3
नैतिकता और ईमानदारी बनाए रखें
मूर्ति ने हमेशा नैतिकता और ईमानदारी पर जोर दिया है।
उनका मानना है कि व्यापार में सफलता पाने के लिए ईमानदारी सबसे जरूरी गुण होता है। उन्होंने कभी भी शॉर्टकट्स का सहारा नहीं लिया और हमेशा सही रास्ते पर चलते रहे।
मूर्ति का यह सिद्धांत किसी भी व्यवसाय को दीर्घकालिक सफलता दिला सकता है। उनके अनुसार, नैतिकता और ईमानदारी से ही एक उद्यमी अपने व्यवसाय को मजबूती से खड़ा कर सकता है और समाज में सम्मान पा सकता है।
#4
निरंतर सीखने की आदत डालें
मूर्ति ने कभी भी सीखने की प्रक्रिया को नहीं रोका। वे हमेशा नई चीजें सीखने के लिए तत्पर रहते थे, चाहे वह तकनीकी ज्ञान हो या प्रबंधन कौशल।
उनका मानना था कि निरंतर शिक्षा ही आपको बदलते समय के साथ तालमेल बिठाने में मदद करती है।
उन्होंने अपने टीम के सदस्यों को भी यही सिखाया कि सीखना कभी बंद नहीं होना चाहिए। इससे न केवल व्यक्तिगत विकास होता है, बल्कि व्यवसायिक सफलता भी मिलती है।
#5
समाज सेवा का महत्व समझें
मूर्ति ने अपने व्यवसायिक जीवन में समाज सेवा को भी अहमियत दी। उन्होंने इंफोसिस फाउंडेशन जैसी संस्थाओं के माध्यम से समाज कल्याण कार्य किए और कई जरूरतमंदों की मदद की।
उनका मानना था कि एक सफल उद्यमी वही होता है, जो समाज को कुछ वापस दे सके और उसमें सुधार ला सके।
इन 5 जीवन पाठों से हम सभी बहुत कुछ सीख सकते हैं और इन्हें अपनाकर अपनी उद्यमिता यात्रा को सफल बना सकते हैं।