व्रत में इसलिए खाते हैं सेंधा नमक, इसके सेवन से होते हैं ये चमत्कारिक फ़ायदे
नवरात्र का समय चल रहा है। ऐसे में ज़्यादातर महिलाएँ और पुरुष व्रत रहते हैं। कई लोग नवरात्रि के पहले और आख़िरी दिन व्रत रहते हैं, वहीं कुछ लोग पूरे नौ दिनों का व्रत रहते हैं। व्रत के दौरान अक्सर आपने देखा होगा कि लोग सेंधा नमक का सेवन करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं, ऐसा क्यों किया जाता है। आज हम आपको सेंधा नमक के सेवन से होने वाले चमत्कारिक फ़ायदों के बारे में बताने जा रहे हैं।
व्रत में इसलिए खाया जाता है सेंधा नमक
सेंधा नमक को सबसे शुद्ध माना जाता है। इसे बनाते समय केमिकल्स का इस्तेमाल नहीं किया जाता है, इसलिए व्रत में सेंधा नमक खाया जाता है। यह खाने में कम खारा होता है और इसमें आयोडिन की मात्रा भी नहीं होती है।
वजन घटाए और कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करे
वजन कम करने वालों के लिए सेंधा नमक बहुत ही फ़ायदेमंद होता है। सुबह-सुबह एक गिलास गर्म पानी में सेंधा नमक मिलाकर पीने से मेटाबॉलिक रेट बेहतर होता है। मेटाबॉलिक रेट बढ़ने से वजन नियंत्रित रहता है और शरीर में जमा फैट निकल जाता है। सेंधा नमक खाने से कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित रहता है, जिससे हार्ट अटैक का ख़तरा कम हो जाता है। इसके साथ ही नियमित सेंधा नमक का सेवन करने से दिल संबंधी बीमारियाँ भी दूर रहती हैं।
बेहतर होता है पाचन और दूर होता है तनाव
सेंधा नमक वाला पानी पीने से खाना आसानी से पच जाता है। जानकारों के अनुसार, सेंधा नमक मुँह में लार वाली ग्रंथी को सक्रिय करने का काम करता है, जिससे पाचन क्रिया बेहतर होती है। आजकल ज़्यादातर लोग तनाव का शिकार हैं। सेंधा नमक में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जिससे सेरोटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोन संतुलन में रहते हैं। इससे तनाव दूर होता है और दिमाग को तनाव से लड़ने की ताकत मिलती है।
शरीर का दर्द दूर करे और साइनस में राहत दे
आजकल दिनभर भागदौड़ की वजह से शरीर में दर्द होने लगता है। सेंधा नमक माँसपेशियों के दर्द और ऐंठन के साथ जोड़ों के दर्द को भी कम करता है। साथ ही सेंधा नमक हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में काफ़ी मदगार होता है। साइनस का दर्द बहुत ज़्यादा और पीड़ादायक होता है। ऐसे में एक गिलास पानी में थोड़ा सेंधा नमक मिलाकर पीएँ। इससे कुछ ही समय में साइनस का दर्द गायब हो जाता है।
किडनी के स्टोन और अस्थमा से दिलाए राहत
अगर आपकी किडनी में स्टोन है, तो आप इससे छुटकारा पानें के लिए रोज़ाना नींबू पानी में सेंधा नमक मिलाकर पीएँ। इससे किडनी का स्टोन पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकल जाएगा। अस्थमा, डायबिटीज और आर्थराइटिस के मरीज़ों के लिए सेंधा नमक किसी अमृत से कम नहीं है। इन मरीज़ों को सेंधा नमक का इस्तेमाल किसी भी रूप में जैसे खाने, सलाद या किसी अन्य तरह से करना चाहिए।