किडनी के रोग से पीड़ित हैं भारत की 14% महिलाएँ, जानें इसके कारण और बचाव
किसी एक अंग के सुचारू रूप से काम न करने पर पूरे शरीर का संचालन ख़राब हो जाता है। किडनी भी उन्ही में से शरीर का एक मुख्य अंग है। यह ख़ून से निकलने वाले बेकार और तरल पदार्थ क्रिएटनिन को छानकर बाहर निकालने का काम करती है। जब किडनी सही तरह से काम करना बंद कर देती है, तो कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ता है। आइए जानें कैसे करें किडनी का बचाव।
विश्व की 19.5 करोड़ महिलाएँ हैं किडनी रोग से पीड़ित
एक शोध के अनुसार, पुरुषों की अपेक्षा महिलाएँ किडनी रोग से ज़्यादा पीड़ित होती हैं। WHO के अनुसार, 30 साल पार करते ही महिलाओं में किडनी से जुड़ी परेशनियाँ बढ़नी लगती हैं। अगर आँकड़ों पर ध्यान दिया जाए तो भारत की लगभग 14% महिलाएँ किडनी के रोग से परेशान हैं, वहीं पुरुषों में यह बीमारी 12% है। जबकि, पूरे विश्व में लगभग 19.5 करोड़ महिलाएँ किडनी की समस्या से पीड़ित हैं।
उपचार के अभाव में हो जाती है छह लाख महिलाओं की मौत
किडनी रोग एक गंभीर बीमारी है और इसकी वजह से हर साल औसतन छह लाख महिलाओं की मौत उपचार के अभाव में हो जाती है। ज़्यादातर महिलाओं में गंभीर किडनी रोग UTI इंफ़ेक्शन (मूत्र मार्ग में संक्रमण) की वजह से होता है। इसकी वजह से ब्लैडर और ट्यूब भी प्रभावित होती है। इसके साथ ही गलत जीवनशैली, डायबिटीज, मोटापा और हाई ब्लड प्रेशर भी इस बीमारी की एक बड़ी वजह है।
इस वजह से होती है किडनी की बीमारी
आमतौर पर महिलाओं में किडनी से जुड़ी बीमारी का मुख्य कारण प्रतिकूल गर्भावस्था परिणाम और कम प्रजनन क्षमता है। हालाँकि महिलाओं में किडनी रोग होने के बाद भी गर्भावस्था और जन्म, दोनों के दौरान पूर्व एक्सम्पसिया व अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का ख़तरा हो सकता है। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ने से किडनी पर तनाव पड़ता है। इस वजह से गर्भवती महिलाओं को ख़ास देखभाल की ज़रूरत होती है, ताकि उन्हें किसी तरह की समस्या न हो।
अन्य कारण
भरपूर नींद न लेना, पेशाब को देर तक रोके रखना, ज़रूरत से ज़्यादा दर्द निवारक दवाओं का सेवन, ख़ून की कमी और खाने में ज़्यादा नमक का सेवन करना भी किडनी को नुकसान पहुँचाता है।
किडनी रोग के लक्षण
किडनी संबंधी बीमारी होने पर ठंड लगने लगती है। ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और त्वचा में खुजली होने लगती है। इसके साथ ही थकान और कमज़ोरी की भी समस्या हो जाती है। शरीर के कई हिस्सों में सूजन हो जाती है और भूख कम या ज़्यादा लगने लगती है। किडनी की बीमारी होने पर मुँह से बदबू भी आती है और पेशाब करते समय जलन होती है। साथ ही बार-बार पेशाब लगती है।
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए करें यह
सेब किडनी के लिए अच्छा माना जाता है, इसलिए इसे अपनी डाइट में ज़रूर शामिल करें। इसके अलावा दिन में एक बार अदरक की चाय ज़रूर पीएँ। खाने में प्याज़ या सलाद खाना भी किडनी को स्वस्थ रखता है। वहीं लाल शिमला मिर्च भी किडनी के लिए अच्छा होता है। किडनी के इंफ़ेक्शन को दूर करने के लिए दही का सेवन बहुत ज़रूरी है। भरपूर मात्रा में पानी पीएँ, ये शरीर से ज़हरीले तत्वों को बाहर करेगा।