केवल रस्सी कूदने के बजाय करें रस्सी कूद डबल अंडर्स, ये है बेहतरीन कार्डिओ एक्सरसाइज
रस्सी कूदना एक पुरानी एक्सरसाइज है, जो दिल की सेहत को बेहतर बनाती है। रस्सी कूद डबल अंडर्स करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन यह कार्डियो वर्कआउट को नया आयाम देता है। इसमें रस्सी को हर छलांग पर 2 बार घुमाया जाता है, जिससे सहनशक्ति और संतुलन का परीक्षण होता है। यह दिल की धड़कन बढ़ाने के साथ-साथ कैलोरी जलाने में भी मदद करता है। आइए इस एक्सरसाइज से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें जानते हैं।
रस्सी कूद डबल अंडर्स करने का सही तरीका
रस्सी कूद डबल अंडर्स करने के लिए आपको सही लंबाई की रस्सी चुननी होगी। जब आप रस्सी पर खड़े होते हैं, तो उसके हैंडल आपकी छाती तक पहुंचने चाहिए। शुरुआत में गति धीमी रखें और धीरे-धीरे गति बढ़ाएं। अपने हाथों को शरीर के पास रखें और केवल कलाईयों का उपयोग करके रस्सी घुमाएं। छलांग लगाते समय अपने पैरों को ज्यादा ऊंचा न उठाएं। इस तकनीक को अपनाकर आप इस एक्सरसाइज में महारत हासिल कर सकते हैं।
रस्सी कूद डबल अंडर्स के फायदे
रस्सी कूद डबल अंडर्स करने के कई फायदे हैं, जो इसे एक खास कार्डियो एक्सरसाइज बनाते हैं। यह आपके हृदय स्वास्थ्य को सुधारती है और सहनशक्ति बढ़ाती है। इसके अलावा, इस एक्सरसाइज से कैलोरी भी जलती हैं, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। यह पैरों और पेट की मांसपेशियों की ताकत भी बढ़ाती है। नियमित रूप से इसका अभ्यास करने पर आपका संतुलन बेहतर होता जाता है और शरीर की चर्बी कम होती जाती है।
रस्सी कूद डबल अंडर्स करते समय बरतें ये सावधानियां
रस्सी कूद डबल अंडर्स करते समय कुछ सावधानियां बरतना जरूरी होता है, ताकि चोट लगने का खतरा कम हो सके। सबसे पहले सुनिश्चित करें कि आप सपाट सतह पर ही अभ्यास कर रहे हों, ताकि फिसलने या गिरने का डर न रहे। इसके दौरान अच्छे जूते पहनें, जो आपके पैरों को पर्याप्त समर्थन दे सकें। शुरुआत में धीरे-धीरे अभ्यास करें, ताकि मांसपेशियों पर अचानक दबाव न पड़े और चोट लगने का खतरा कम हो जाए।
अन्य एक्सरसाइज अपनाने पर करें विचार
अगर आप रस्सी कूद डबल अंडर्स करते-करते बोरियत महसूस करने लगे हैं या कुछ नया आजमाना चाहते हैं, तो अन्य विकल्पों पर ध्यान दें। आप सिंगल लेग जंप या क्रॉसओवर जंपिंग स्टाइल्स आजमा सकते हैं । ये विकल्प न केवल आपके एक्सरसाइज रूटीन में विविधता लाएंगे, बल्कि नई चुनौतियों के साथ आपको प्रेरित भी करेंगे। इनका अभ्यास करते समय धैर्य बनाए रखें और याद रखें कि हर नई तकनीक सीखने में समय लगता है।