जानिए डेड बग एक्सरसाइज करने का तरीका और अन्य जरूरी बातें
डेड बग एक्सरसाइज कोर स्थिरता बढ़ाने के लिए एक प्रभावी तरीका है। यह न केवल पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है, बल्कि पीठ और कूल्हों की मांसपेशियों को भी सक्रिय करता है। इस एक्सरसाइज का नाम 'डेड बग' इसलिए रखा गया है क्योंकि इसे करते समय शरीर की स्थिति एक उलटे पड़े हुए कीड़े जैसी होती है। यह सरल दिखने वाली एक्सरसाइज वास्तव में बहुत प्रभावी होता है और इसे किसी भी फिटनेस स्तर के व्यक्ति कर सकते हैं।
सही प्रारंभिक स्थिति अपनाएं
डेड बग शुरू करने से पहले सही प्रारंभिक स्थिति अपनाना जरूरी है। सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और घुटनों को मोड़कर पैरों को हवा में उठाएं ताकि जांघें जमीन से 90 डिग्री पर हों। हाथों को सीधा ऊपर उठाएं ताकि वे कंधों के ऊपर हों। इस स्थिति में रहते हुए पेट की मांसपेशियों को कस लें और पीठ को जमीन पर दबाए रखें।
हाथ और पैर का संतुलन बनाएं
इस एक्सरसाइज का मुख्य हिस्सा हाथ और पैर का संतुलन करना होता है। दाहिने हाथ और बाएं पैर को धीरे-धीरे नीचे लाते हुए सीधा करें, जबकि बाकी शरीर स्थिर रहे। ध्यान दें कि पीठ जमीन से न उठे और पेट की मांसपेशियां कसकर रहें, फिर वापस प्रारंभिक स्थिति में आएं और दूसरी तरफ यही प्रक्रिया दोहराएं। यह सुनिश्चित करें कि हर बार जब आप हाथ और पैर को नीचे लाएं तो गति नियंत्रित हो और सांस सामान्य रहे।
सांस लेने का सही तरीका अपनाएं
सही तरीके से सांस लेना इस एक्सरसाइज का अहम हिस्सा है। जब आप हाथ और पैर नीचे ले जा रहे हों तो धीरे-धीरे सांस छोड़ें, इससे पेट की मांसपेशियां अधिक सक्रिय होती हैं और वे बेहतर तरीके से काम करती हैं। वापस आते समय धीरे-धीरे सांस लें ताकि शरीर आरामदायक महसूस करे और एक्सरसाइज का प्रभाव बढ़े। यह प्रक्रिया न केवल आपके कोर को मजबूत करती है बल्कि आपके श्वसन तंत्र को भी सुधारती है, जिससे आपकी सहनशक्ति बढ़ती है।
नियमित अभ्यास करें
कोई भी एक्सरसाइज तभी असरदार होता है जब उसे नियमित रूप से किया जाए। डेड बग एक्सरसाइज भी इसका अपवाद नहीं है। इसे सप्ताह में कम से कम 3 बार करने की कोशिश करें, हर बार 10-15 रेप्स के साथ शुरू करें और धीरे-धीरे संख्या बढ़ाएं। इस प्रकार डेड बग एक सरल लेकिन प्रभावी तरीका हो सकता है आपके कोर स्थिरता बढ़ाने के लिए।