
क्या सोते समय गलत मुद्रा से रीढ़ को हो सकता है नुकसान? जानिए सच्चाई
क्या है खबर?
हम सभी जानते हैं कि अच्छी नींद लेना कितना जरूरी है। यह न केवल हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, बल्कि हमारे शरीर के स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डालती है।
सोते समय हमारी मुद्रा का सीधा संबंध हमारी रीढ़ की हड्डी पर पड़ता है। सही मुद्रा से रीढ़ को आराम मिलता है, जबकि गलत मुद्रा से कई समस्याएं हो सकती हैं।
आइए जानते हैं कि सोते समय कौन-सी मुद्रा सही है और कौन-सी गलत है।
#1
पीठ के बल सोना
पीठ के बल सोना एक ऐसी मुद्रा है, जो रीढ़ की हड्डी को पूरी तरह आराम देती है।
इस मुद्रा में सोने से पीठ के निचले हिस्से पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ता है, जिससे दर्द और अकड़न की संभावना कम होती है।
अगर आप इस मुद्रा में सोते हैं तो एक अच्छी गुणवत्ता वाले गद्दे का चयन करना जरूरी है ताकि आपकी रीढ़ को सही सहारा मिल सके।
#2
पेट के बल सोना
पेट के बल सोना सबसे नुकसानदायक मुद्रा मानी जाती है। इस मुद्रा में सोने से आपकी रीढ़ पर ज्यादा दबाव पड़ता है, जिससे दर्द और अकड़न की संभावना बढ़ जाती है।
पेट के बल सोने से गर्दन और पीठ के निचले हिस्से पर भी बुरा असर पड़ता है। इसलिए इस मुद्रा में सोने से बचना चाहिए और पीठ के बल या किनारे के बल सोने का प्रयास करना चाहिए।
#3
करवट लेकर सोना
करवट लेकर सोना एक आम आदत है, लेकिन यह आदत भी सही तरीके से अपनाई जानी चाहिए।
दाईं या बाईं करवट लेकर सोना सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है, बशर्ते कि सिर और कंधों को सही तरीके से सहारा मिले।
इस दौरान गद्दे और तकिये का चयन भी अहम होता है ताकि आपकी रीढ़ को पूरा आराम मिल सके और आप सुबह ताजगी महसूस करें।
#4
सही तकिये का चयन करें
सही तकिये का चयन करना भी बहुत जरूरी है। तकिया ऐसा होना चाहिए जो आपकी गर्दन को सही तरीके से सहारा दे सके। इससे आपकी रीढ़ की हड्डी को पूरा आराम मिलता है और सुबह उठते समय आपको दर्द नहीं होता।
अगर आपका तकिया बहुत ऊँचा या नीचा होगा तो इससे आपकी रीढ़ पर दबाव पड़ेगा, जिससे दर्द और अकड़न हो सकती है। इसलिए हमेशा अपने सोने की मुद्रा के अनुसार सही तकिये का चयन करें।
#5
गद्दे का महत्व समझें
गद्दे का चयन भी बहुत जरूरी होता है। गद्दा ऐसा होना चाहिए जो न बहुत कठोर हो और न बहुत मुलायम हो ताकि आपकी रीढ़ को सही सहारा मिल सके।
सही गद्दे और तकिये का चयन आपकी नींद की गुणवत्ता को सुधार सकता है और आपको दर्द-मुक्त सुबह का अनुभव दिला सकता है।
इन सभी बातों का ध्यान रखकर आप अपनी नींद की गुणवत्ता को बेहतर बना सकते हैं और अपनी रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रख सकते हैं।