इन घरेलू उपायों की मदद से मासिक धर्म के दर्द से पाएं छुटाकारा
क्या है खबर?
मासिक धर्म यानी पीरियड्स एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिससे हर महिला को गुजरना पड़ता है जो कष्टदायक साबित होते हैं क्योंकि इस दौरान पेट में दर्द और ऐंठन आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
हालांकि इन समस्याओं से राहत पाने के लिए कई बार महिलाएं दर्द की दवा लेती हैं जो सेहत पर हानिकारक प्रभाव डालती हैं।
लेकिन इस स्थिति में कुछ घरेलू उपाय महिलाओं के लिए लाभप्रद सिद्ध हो सकते हैं।
आइए जानें।
#1
गर्म पानी का सेंक यानी हीटिंग पैड का इस्तेमाल
मासिक धर्म के दौरान पेट दर्द और ऐंठन से प्रभावित मांसपेशियों को आराम दिलाने के लिए हीटिंग पैड का इस्तेमाल करना एक अच्छा इलाज साबित हो सकता है।
कई अध्ययनों के मुताबिक, हीटिंग पैड का असर लगभग मासिक धर्म में ऐंठन और दर्द को कम करने के लिए ली जाने वाली इबुप्रोफेन जैसी दर्द निवारक दवाईयों की तरह काम करता है।
इसलिए यह घरेलू नुस्खा महिलाओं के लिए काफी काम राहत भरा हो सकता है।
#2
दही का सेवन हो सकता है लाभदायक
कई बार शरीर में जरूरी पोषक तत्वों जैसे कैल्शियम और विटामिन की कमी के कारण भी मासिक धर्म के दौरान दर्द की समस्या होती है।
ऐसे में दही का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है क्योंकि दही में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम और विटामिन्स शामिल होते हैं।
कैल्शियम और विटामिन्स दोनों ही PMS (मासिक धर्म से संबंधित समस्या) के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही पेट दर्द और ऐंठन से निजात दिलाते हैं।
#3
तुलसी के पत्ते बन सकते हैं प्राकृतिक इलाज
तुलसी एक प्राकृतिक दर्द निवारक दवाई की तरह काम करती है इसलिए आप मासिक धर्म के दर्द के दौरान इसका सेवन कर सकते हैं।
इसमें मौजूद कैफीक एसिड एनाल्जेसिक गुण दर्दनाशक की तरह काम करता है। आप दूध की चाय बनाते वक्त भी उसमें तुलसी के कुछ पत्ते डाल सकते हैं।
हालांकि मासिक धर्म के दौरान कई महिलाएं तुलसी के पौधे से दूर रहती है तो उस दौरान महिलाएं किसी और से तुलसी के पत्ते तोड़वा सकती हैं।
#4
कैमोमाइल चाय का सेवन है कारगर
हर्बल टी का सेवन न सिर्फ स्वस्थ रखने में मदद करती है बल्कि मासिक धर्म के दौरान महिलाओं को होने वाले दर्द से भी काफी राहत प्रदान करती है।
वैसे तो बहुत सी हर्बल टी है जिनका सेवन इस समस्या से राहत पाने के लिए किया जा सकता है लेकिन कैमोमाइल चाय की बात ही अलग है।
इसमें फ्लेवोनॉइड्स होते हैं जो एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों को प्रदर्शित करके दर्द और सूजन को कम करने में मददगार हैं।