रोजाना कुछ मिनट दंड-बैठक करने से शरीर को मिलते हैं कई फायदे, जानिये अभ्यास का तरीका
इस बात से हर कोई वाकिफ है कि शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में व्यायाम बहुत मदद करते हैं। लेकिन ऐसे बहुत से व्यायाम हैं जिनको समय के साथ लोग भूलते जा रहे हैं। इन्हीं पुराने और प्रभावी व्यायामों में से एक है दंड-बैठक, जिनका रोजाना अभ्यास कई रोगों को दूर रखने का काम कर सकता है। इसलिए आज हम आपको इस व्यायाम से जुड़ी कुछ खास महत्वपूर्ण जानकारियां देने जा रहे हैं।
दंड-बैठक करने का सही तरीका
दंड-बैठक करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं, फिर दोनों हाथों को आगे की तरफ सीधे करके छाती को तान लें। इसके बाद स्क्वाट की तरह ही बैठने की कोशिश करें और फिर सामान्य गति से सांस लेते हुए उठे। इस प्रक्रिया को इसी तरह से लगभग 10 बार दोहराकर सीधे हो जाएं और अपने पैरों में हल्के-हल्के झटके दें ताकि उनको आराम महसूस हो।
दंड-बैठक के अभ्यास के दौरान जरूर बरतें ये सावधानियां
1) दंड-बैठक करने से घुटनों पर दबाव पड़ता है जिससे चोट लगने का डर रहता है। इसलिए शुरूआत में इनका अभ्यास धीरे-धीरे करने की कोशिश करें। 2) अगर दंड-बैठक करने पर आपकी पीठ पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है तो शरीर को पूरी तरह से नीचे की ओर न लाएं। 3) व्यायाम के दौरान पैरों और हाथों को एकदम सीधा रखें क्योंकि ऐसा न करने पर मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है।
दंड-बैठक से मिलने वाले फायदे
1) नियमित तौर पर दंड-बैठक का अभ्यास करने से शरीर के मोटापे से निजात मिलती है। 2) दंड-बैठक लगाने से हार्मोंस एक्टिव हो जाते हैं और शरीर सही शेप में आ जाता है। इससे शरीर स्वस्थ, सुडौल और अट्रैक्टिव बन जाता है। 3) दंड-बैठक लगाने से ब्लड प्रेशर तथा डायबिटीज जैसे रोगों के जोखिमों से भी राहत मिलती है। साथ ही यह शरीर के कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखने में भी मदद करता है।
इन बातों पर जरूर दें ध्यान
1) दंड-बैठक एक ऐसा व्यायाम होता है जो शरीर की लगभग सभी मांसपेशियों को प्रभावित करता है। ऐसे में इस बात का भी ध्यान रखा जाना चाहिए कि व्यायाम के दौरान आप प्रशिक्षकों की निगरानी में रहें जिससे चोट या खिंचाव जैसी समस्याओं की आशंका न बने। 2) दंड-बैठक के दौरान ध्यान रखें कि शुरुआत में व्यायाम की गति बहुत अधिक न हो क्योंकि काफी तेज गति से दंड-बैठक करने पर चोट लगने का डर बना रहता है।
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